2024 में भारतीय सिनेमा ने कई बेहतरीन और पुरस्कार विजेता फिल्मों का निर्माण किया, जिन्होंने न केवल दर्शकों का दिल जीता, बल्कि विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों में भी अपनी छाप छोड़ी। इस साल की सबसे चर्चित और समीक्षकों द्वारा सराही गई फिल्मों में कई भाषाओं की फिल्में शामिल थीं, जो भारतीय सिनेमा की विविधता और गहराई को प्रदर्शित करती हैं।
1. अट्टम (Malayalam)
यह मलयालम फिल्म 2024 के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के रूप में सम्मानित हुई। फिल्म की कहानी एक लड़की के अपहरण और उसके साथ जुड़ी जटिलताओं के इर्द-गिर्द घूमती है। इस फिल्म की खासियत इसकी तंग-सी पटकथा और थ्रिलर से भरपूर डायरेक्शन में है। फिल्म में एक गहरी मानसिक और भावनात्मक यात्रा को भी दर्शाया गया है, जो दर्शकों को बांधने में सफल रही।
2. कांतारा (Kannada)
कन्नड़ फिल्म ‘कांतारा’ ने 2024 में सर्वश्रेष्ठ पॉपुलर एंटरटेनिंग फिल्म का पुरस्कार जीता। इस फिल्म में एक्शन, ड्रामा और लोककला का बेहतरीन मिश्रण देखने को मिलता है। ऋषभ शेट्टी की जबरदस्त अभिनय और फिल्म की भारतीय ग्रामीण संस्कृति को दर्शाने की क्षमता ने इसे बड़ी सफलता दिलाई। इस फिल्म ने दर्शकों को अपने कथानक, रोमांच और देशी संस्कृति से जुड़ी गहरी जड़ों से जुड़ा महसूस कराया।
3. गुलमोहर (Hindi)
हिंदी फिल्म ‘गुलमोहर’ ने सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार जीता। यह फिल्म एक परिवार की जटिलताओं और रिश्तों को संवेदनशील तरीके से प्रस्तुत करती है। फिल्म में मनोज बाजपेयी और शर्मिला टैगोर जैसे अनुभवी अभिनेता हैं, जिनके अभिनय ने फिल्म को और भी प्रभावशाली बना दिया। ‘गुलमोहर’ दर्शकों को पारिवारिक रिश्तों की अहमियत और उनके भीतर के संघर्षों को समझाने में सक्षम रही।
4. पोन्नियिन सेल्वन 2 (Tamil)
तमिल फिल्म ‘पोन्नियिन सेल्वन 2’ ने सर्वश्रेष्ठ तमिल फिल्म का पुरस्कार जीता। यह एक ऐतिहासिक ड्रामा है, जो भारतीय इतिहास के महाकाव्य रूप को सिनेमाई दृष्टि से प्रस्तुत करती है। इस फिल्म का निर्देशन मणिरत्नम ने किया है और इसमें भव्य सेट डिज़ाइन, आकर्षक संगीत और महान कलाकारों का बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिलता है। यह फिल्म भारतीय इतिहास के कुछ महत्वपूर्ण क्षणों को छूने की कोशिश करती है और इसे दर्शकों ने अत्यधिक सराहा।
5. केजीएफ चैप्टर 2 (Kannada)
कन्नड़ फिल्म ‘केजीएफ चैप्टर 2’ ने भी 2024 में सबसे बड़े पुरस्कारों में अपनी जगह बनाई। यह फिल्म अपनी एक्शन-पैक शैली और ग्राफिक्स के लिए प्रसिद्ध है। यश की प्रमुख भूमिका ने इस फिल्म को एक अलग पहचान दी। ‘केजीएफ चैप्टर 2’ ने बॉक्स ऑफिस पर भी रिकॉर्ड तोड़े और इसे भारतीय सिनेमा की सबसे प्रभावशाली फिल्मों में से एक माना गया।
समीक्षा और तुलना:
- अट्टम: यह फिल्म जहां एक्शन और थ्रिलर का बेहतरीन मिश्रण है, वहीं यह दर्शकों को एक गहरी मानसिक यात्रा पर भी ले जाती है। फिल्म का निर्देशन और पटकथा इसके प्रमुख आकर्षण रहे।
- कांतारा: इस फिल्म का प्रमुख आकर्षण उसकी लोककला, पारंपरिक कथानक और ऋषभ शेट्टी की शानदार अभिनय क्षमता रही। इसे ग्रामीण भारत के जीवन और संघर्षों की एक सशक्त तस्वीर के रूप में देखा जा सकता है।
- गुलमोहर: यह फिल्म पारिवारिक रिश्तों को केंद्र में रखकर एक गंभीर और संवेदनशील कहानी को बयां करती है। इसके पात्रों का निर्माण बहुत ही मजबूत था और मनोज बाजपेयी, शर्मिला टैगोर जैसे अभिनेताओं ने इसे जीवंत किया।
- पोन्नियिन सेल्वन 1: यह फिल्म अपनी भव्यता, अद्भुत सिनेमैटोग्राफी और ऐतिहासिक संदर्भ के कारण दर्शकों को बहुत आकर्षित करती है। मणिरत्नम का निर्देशन इस फिल्म को एक कलात्मक रूप देता है।
- केजीएफ चैप्टर 2: इस फिल्म ने एक्शन के लिहाज से भारतीय सिनेमा को नई दिशा दी। इसकी तेज-तर्रार कहानी, एक्शन सीक्वेंस और ग्राफिक्स ने इसे पॉपुलर फिल्म प्रेमियों के बीच हिट बना दिया।
2024 में भारतीय सिनेमा ने विविधता और गुणवत्ता का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया। इन फिल्मों ने न केवल अपनी शैली, कथा और अभिनय से सिनेमा को नए आयाम दिए, बल्कि भारतीय सिनेमा के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान को भी मजबूत किया। इन पुरस्कार विजेता फिल्मों ने दर्शकों को सशक्त मनोरंजन प्रदान किया और भारतीय सिनेमा की परंपराओं को अगले स्तर पर पहुँचाया।