December 23, 2024 4:17 PM

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नव नियुक्त आरबीआई गवर्नर संजय महलोत्रा की प्राथमिकताएं: बैंकिंग प्रणाली को सुदृढ़ बनाना और आर्थिक विकास पर ध्यान केंद्रित करना

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आरबीआई गवर्नर संजय महलोत्रा ने 7 दिसंबर 2024 को अपने पहले दिन कार्यभार संभालते हुए भारतीय बैंकिंग सिस्टम को मजबूत बनाने की प्राथमिकता जताई।

आरबीआई गवर्नर संजय महलोत्रा का बयान: बैंकिंग सिस्टम को मजबूत बनाना होगी प्राथमिकता, आर्थिक स्थिति और ग्रोथ रेट पर ध्यान देंगे

भारत के रिजर्व बैंक (RBI) के नए गवर्नर संजय महलोत्रा ने हाल ही में अपने पहले बयान में कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता भारतीय बैंकिंग सिस्टम को और मजबूत बनाना है। उन्होंने यह भी कहा कि वह आने वाले समय में देश की आर्थिक स्थिति और विकास दर से जुड़े पहलुओं की गहरी अध्ययन करेंगे ताकि सही दिशा में कदम उठाए जा सकें।

नई जिम्मेदारी पर संजय महलोत्रा का दृष्टिकोण

संजय महलोत्रा, जिन्होंने हाल ही में आरबीआई के गवर्नर के रूप में पदभार संभाला, ने अपने कार्यकाल की शुरुआत में कहा कि उनका उद्देश्य बैंकिंग प्रणाली को न केवल सुरक्षित बल्कि समृद्ध बनाना है। उन्होंने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र में सुधार और डिजिटलाइजेशन पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा, ताकि वह भारत के आर्थिक विकास में अपना योगदान दे सके।

महलोत्रा का मानना है कि भारतीय बैंकिंग प्रणाली को वैश्विक मानकों के अनुरूप विकसित करना समय की जरूरत है, और इसके लिए बैंकिंग क्षेत्र में नवाचार और डिजिटल तकनीक को बढ़ावा देना जरूरी है। उन्होंने संकेत दिया कि वे मौजूदा बैंकिंग प्रथाओं और नीतियों का मूल्यांकन करेंगे, ताकि कोई भी सुधारात्मक कदम उठाने से पहले गहरी समझ हासिल की जा सके।

आर्थिक स्थिति और ग्रोथ रेट पर फोकस

गवर्नर महलोत्रा ने बताया कि वे देश की आर्थिक स्थिति और विकास दर (growth rate) पर ध्यान केंद्रित करेंगे। उनका कहना था, “आर्थिक विकास को गति देने के लिए, हमें यह समझने की आवश्यकता है कि हमारे मौजूदा विकास दर में सुधार लाने के लिए कौन-कौन से आर्थिक पहलू महत्वपूर्ण हैं।” उनका मानना है कि एक मजबूत और स्थिर बैंकिंग प्रणाली के बिना देश की आर्थिक प्रगति संभव नहीं है।

महलोत्रा ने आगे कहा कि वे आरबीआई द्वारा लागू की जाने वाली मौद्रिक नीतियों को भी ध्यान से देखेंगे ताकि वित्तीय स्थिरता बनाए रखते हुए विकास को बढ़ावा दिया जा सके। इस दौरान, उन्हें उम्मीद है कि भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए दीर्घकालिक रणनीतियों पर काम किया जाएगा, जो वैश्विक बाजार में भारत को और मजबूत स्थान दिलाएंगे।

चुनौतियां और अवसर

नए गवर्नर ने स्वीकार किया कि भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में कुछ चुनौतियां भी हैं, जैसे बढ़ती ऋण समस्याएं और साइबर सुरक्षा संबंधी खतरे। हालांकि, उन्होंने विश्वास जताया कि ये समस्याएं अवसरों में भी बदल सकती हैं, यदि सही तरीके से निपटा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि आरबीआई उन सभी समस्याओं को सुलझाने के लिए हरसंभव कदम उठाएगा, जो भारतीय बैंकिंग प्रणाली के समक्ष खड़ी हैं।

गवर्नर महलोत्रा का अनुभव

संजय महलोत्रा भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के एक अनुभवी और सम्मानित अधिकारी हैं। इससे पहले, वह विभिन्न वित्तीय संस्थानों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं और उनका बैंकिंग और वित्तीय नीति निर्माण में गहरा अनुभव है। उनकी विशेषज्ञता और दृष्टिकोण को देखते हुए उम्मीद जताई जा रही है कि वह आरबीआई में सकारात्मक बदलाव लाएंगे।

आगे का रास्ता

संजय महलोत्रा के नेतृत्व में आरबीआई का उद्देश्य भारतीय अर्थव्यवस्था को और भी मजबूत बनाना है। उनके सामने आर्थिक स्थिरता, बैंकिंग क्षेत्र में नवाचार, और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने की चुनौती है, लेकिन उन्हें इस क्षेत्र में पहले से ही अच्छे अनुभव और सामर्थ्य प्राप्त है।

उनके इस दृष्टिकोण और कड़े नेतृत्व से भारतीय बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र में नए बदलाव आने की संभावना है।

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