नई दिल्ली। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) में फर्जी भर्ती रैकेट का खुलासा हुआ है, जिसमें बेरोजगार युवाओं को धोखा देकर मोटी रकम वसूली जा रही थी। इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है। सीबीआई ने इस रैकेट से जुड़े जयपुर में दो स्थानों और नई दिल्ली में एक स्थान पर छापेमारी की है।
सीबीआई के अनुसार, धोखाधड़ी करने वाले लोग डीआरडीओ में नौकरी दिलाने का झूठा वादा कर बेरोजगार युवाओं को फंसा रहे थे। इस रैकेट के तहत चपरासी, सफाईकर्मी, मल्टी-टास्किंग स्टाफ (MTS) और लोअर डिवीजन क्लर्क (LDC) जैसे विभिन्न पदों के लिए 10 से 25 लाख रुपये तक की मोटी रकम वसूली जा रही थी।
कैसे चलता था फर्जी भर्ती रैकेट?
1. फर्जी नौकरी ऑफर और पैसों की मांग
इस गिरोह के सदस्य बेरोजगार युवाओं को डीआरडीओ में नौकरी दिलाने का झांसा देते थे। इसके लिए वे फर्जी विज्ञापन और जाली नियुक्ति पत्र जारी करते थे।
- आरोपियों ने बेरोजगार युवाओं को यह विश्वास दिलाया कि डीआरडीओ में सरकारी नौकरी पक्की है।
- उम्मीदवारों से 10 से 25 लाख रुपये तक की मोटी रकम एडवांस में जमा करने को कहा जाता था।
2. फर्जी मेडिकल टेस्ट और नियुक्ति पत्र
- जब उम्मीदवार पैसे जमा कर देते, तो उन्हें नई दिल्ली स्थित एक फर्जी डीआरडीओ-संबद्ध संस्था में मेडिकल टेस्ट के लिए बुलाया जाता।
- मेडिकल टेस्ट के बाद उन्हें डीआरडीओ के नाम से फर्जी नियुक्ति पत्र जारी कर दिए जाते।
3. फर्जी ट्रेनिंग और फर्जी कार्यालय
- जॉइनिंग से पहले उम्मीदवारों को जयपुर में एक फर्जी डीआरडीओ कार्यालय में तीन महीने की ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाता था।
- उम्मीदवार इस विश्वास में ट्रेनिंग करते थे कि वे वास्तव में डीआरडीओ में नौकरी कर रहे हैं।
- तीन महीने बाद, जब उम्मीदवारों को सैलरी नहीं मिली और कोई संपर्क नहीं हुआ, तब उन्हें एहसास हुआ कि वे धोखाधड़ी के शिकार हो चुके हैं।
सीबीआई की छापेमारी और जांच
- सीबीआई ने जयपुर में दो स्थानों और नई दिल्ली में एक स्थान पर तलाशी ली।
- जांच के दौरान कई फर्जी दस्तावेज, नियुक्ति पत्र, मेडिकल रिपोर्ट और बैंक लेन-देन से जुड़े रिकॉर्ड बरामद किए गए।
- सीबीआई इस मामले से जुड़े अन्य लोगों की पहचान करने और पूरे नेटवर्क को पकड़ने में जुटी है।
सीबीआई ने कहा कि इस मामले की गहराई से जांच जारी है और जल्द ही मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
बेरोजगार युवाओं के लिए चेतावनी
इस फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद सीबीआई और डीआरडीओ ने बेरोजगार युवाओं से सतर्क रहने की अपील की है।
युवाओं के लिए महत्वपूर्ण सावधानियां:
- सरकारी नौकरी के लिए केवल आधिकारिक वेबसाइटों (https://www.drdo.gov.in/) पर ही भरोसा करें।
- किसी भी प्राइवेट एजेंट या व्यक्ति के माध्यम से सरकारी नौकरी की पेशकश पर भरोसा न करें।
- कोई भी सरकारी भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी होती है और इसके लिए पैसे देने की आवश्यकता नहीं होती।
- अगर किसी को इस तरह का फर्जीवाड़ा दिखे, तो तुरंत पुलिस या सीबीआई को रिपोर्ट करें।
डीआरडीओ में फर्जी भर्ती रैकेट का पर्दाफाश होने के बाद सीबीआई ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बेरोजगार युवाओं को नौकरी का झांसा देकर उनसे लाखों रुपये ऐंठे जा रहे थे और उन्हें फर्जी मेडिकल टेस्ट, नियुक्ति पत्र और ट्रेनिंग में फंसाया जा रहा था। सीबीआई इस मामले में शामिल गिरोह के सरगनाओं की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने की दिशा में तेजी से काम कर रही है।
बेरोजगार युवाओं को सलाह दी जाती है कि वे सरकारी भर्तियों से जुड़ी किसी भी अनौपचारिक या संदिग्ध प्रक्रिया से बचें और केवल आधिकारिक स्रोतों से जानकारी लें।