- दिनभर की थकान और तनाव को दूर करने के लिए रात को कुछ विशेष योगासन बेहद कारगर होते हैं
अच्छी नींद और बेहतर पाचन केवल खानपान या दवाओं से नहीं, बल्कि रात को किए गए कुछ आसान योगासनों से भी संभव है। योग विशेषज्ञों के अनुसार, दिनभर की थकान और तनाव को दूर करने के लिए रात को कुछ विशेष योगासन बेहद कारगर होते हैं। खास बात यह है कि ये आसन न केवल मानसिक शांति देते हैं, बल्कि आपकी पाचन क्रिया को भी मजबूत बनाते हैं।
योग Nidra से लेकर वज्रासन तक: रात के लिए उपयुक्त योगासन
योग4लाइफ की को-फाउंडर और योग प्रशिक्षक कविता अरोड़ा बताती हैं, “रात को खाने के तुरंत बाद केवल वज्रासन ही करना चाहिए, बाकी सभी आसनों के लिए कम से कम एक घंटे का अंतराल रखें ताकि पाचन प्रक्रिया प्रभावित न हो।”
- वज्रासन – भोजन के बाद तुरंत
वज्रासन एकमात्र ऐसा आसन है जिसे खाने के तुरंत बाद भी किया जा सकता है। 5-10 मिनट वज्रासन में बैठने से पाचन तंत्र को सक्रिय सहायता मिलती है और एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। - सुप्त बद्ध कोणासन – तनाव और हार्मोन संतुलन में सहायक
इस आसन को बिस्तर पर लेटकर किया जा सकता है। इसमें पैरों को तितली की मुद्रा में खोलकर धीरे-धीरे हिलाना होता है। यह आसन तनाव कम करता है, प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार करता है और पीसीओडी जैसी समस्याओं में भी लाभकारी है। - सेतु बंधासन – थायराइड और पाचन के लिए लाभदायक
इस आसन को गतिशील रूप में करें। सांस लेते हुए कूल्हों को ऊपर उठाएं और सांस छोड़ते हुए नीचे लाएं। यह पाचन, रोग प्रतिरोधक क्षमता और थायराइड को संतुलित करने में मदद करता है। विशेषज्ञ दिन में 20 बार दोहराने की सलाह देते हैं। - शवासन और योग निद्रा – मानसिक शांति और अच्छी नींद के लिए
रात को सोने से पहले शवासन में लेटकर 10-15 मिनट तक योग निद्रा का अभ्यास करें। इससे न केवल एकाग्रता और मानसिक स्पष्टता बढ़ती है, बल्कि यह डिप्रेशन और तनाव में भी राहत देता है। - हल्के प्राणायाम – अंत में मानसिक स्थिरता के लिए
योग निद्रा के बाद भ्रामरी, अनुलोम-विलोम या ओम उच्चारण जैसे प्राणायाम करना लाभदायक होता है। ये न केवल तनाव घटाते हैं बल्कि आपको गहरी और सुकून भरी नींद में ले जाते हैं।
समग्र स्वास्थ्य के लिए लाभकारी
रात के समय योग करना एक प्रभावी उपाय है जो दवाओं के बजाय प्राकृतिक रूप से स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इन योगासनों को नियमित रूप से किया जाए, तो नींद की गुणवत्ता, पाचन, मानसिक शांति और अगले दिन की ऊर्जा सभी में उल्लेखनीय सुधार देखा जा सकता है।