October 19, 2025 1:15 AM

दिवाली से पहले इम्यूनिटी बूस्ट करें: मिठाइयों और प्रदूषण के मौसम में सेहत बचाने का मंत्र

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दिवाली से पहले इम्यूनिटी बढ़ाएं: मिठाइयों और प्रदूषण के बीच सेहत बचाने के उपाय

त्योहारों की भागदौड़ में अक्सर सेहत छूट जाती है; विशेषज्ञों की सलाह— खानपान, नींद और एक्सरसाइज से बढ़ाएं शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता

नई दिल्ली, 16 अक्टूबर। दीपावली का त्योहार करीब है। हर घर में सफाई, सजावट, खरीदारी और पकवानों की खुशबू ने उत्सव का माहौल बना दिया है। पर इस उत्साह और तैयारियों के बीच अक्सर लोग अपनी सेहत और इम्यूनिटी (प्रतिरोधक क्षमता) को नजरअंदाज कर देते हैं।

त्योहार के दौरान तला-भुना भोजन, मिठाइयों की अधिकता, नींद की कमी और प्रदूषण का बढ़ता स्तर शरीर पर दबाव डालते हैं। परिणामस्वरूप कई लोगों को थकान, पेट की समस्या, जुकाम, बुखार या गले में खराश जैसी परेशानियां हो जाती हैं।

दिल्ली की न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. अनु अग्रवाल कहती हैं कि दिवाली से पहले शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाना बेहद ज़रूरी है, क्योंकि यह मौसम संक्रमण के लिए सबसे अनुकूल होता है— हल्की ठंड शुरू होती है और प्रदूषण वायरस व बैक्टीरिया को सक्रिय कर देता है।


🔹 दिवाली से पहले इम्यूनिटी क्यों बढ़ानी जरूरी है?

“दिवाली अक्टूबर-नवंबर में आती है, जब मौसम बदलता है। ठंड और प्रदूषण मिलकर वायरस के लिए उपयुक्त वातावरण बनाते हैं। इस दौरान मिठाइयों और तले भोजन की अधिकता से शरीर में इम्यून सेल्स सुस्त पड़ जाती हैं, जिससे रोगों का खतरा बढ़ता है।”

इसलिए त्योहार के पहले सप्ताह को शरीर की “इम्यूनिटी वीक” मानना चाहिए— ताकि त्योहार का आनंद बिना किसी थकान या बीमारी के लिया जा सके।


🔹 इम्यून सिस्टम क्या है और कैसे काम करता है?

इम्यून सिस्टम शरीर की ‘रक्षा सेना’ है, जो वायरस, बैक्टीरिया और फंगस से लड़ती है। यह व्हाइट ब्लड सेल्स (WBCs), एंटीबॉडीज़ और कई बायोलॉजिकल तत्वों से मिलकर बना होता है।
यह न केवल संक्रमण को रोकता है बल्कि एक बार संक्रमित होने पर बीमारी को याद रखता है ताकि दोबारा आने पर तुरंत जवाब दे सके।

जब यह सिस्टम कमजोर पड़ता है, तो शरीर साधारण संक्रमणों से भी जल्दी प्रभावित हो जाता है।


🔹 इम्यूनिटी कमजोर होने के संकेत

कमजोर इम्यूनिटी के कुछ सामान्य लक्षण हैं—

  • बार-बार सर्दी-जुकाम या बुखार होना
  • थकान या कमजोरी महसूस होना
  • पेट खराब रहना या पाचन बिगड़ना
  • छोटे घावों का देर से भरना
  • त्वचा का रूखापन, बालों का झड़ना या बार-बार एसिडिटी

— “अगर आपको त्योहारों के मौसम में बार-बार संक्रमण हो रहा है, तो यह शरीर के चेतावनी संकेत हैं कि आपकी इम्यूनिटी को मजबूती की जरूरत है।”


🔹 इम्यूनिटी कमजोर होने के कारण

  • पर्याप्त नींद की कमी (6 घंटे से कम)
  • तनाव, धूम्रपान और प्रदूषण
  • अधिक चीनी और तले खाद्य पदार्थों का सेवन
  • कम पानी पीना और फाइबर की कमी
  • अनियमित दिनचर्या

त्योहारों के दौरान देर रात तक जागना, मिठाइयों का अधिक सेवन और हाइड्रेशन की कमी इम्यून सिस्टम को कमजोर करती है।


🔹 डाइट में क्या बदलाव करें?

दिवाली से कम से कम एक सप्ताह पहले से डाइट में ये पोषक तत्व शामिल करने चाहिए—

1️⃣ विटामिन C से भरपूर फल:

आंवला, संतरा, नींबू, कीवी — ये एंटीबॉडीज़ को मजबूत करते हैं और वायरस से लड़ने में मदद करते हैं।

2️⃣ विटामिन A युक्त सब्जियाँ:

गाजर, पालक, शकरकंद, कद्दू — ये त्वचा और म्यूकस टिश्यू की रक्षा करती हैं, जिससे संक्रमण नहीं फैलता।

3️⃣ विटामिन E:

बादाम, अखरोट और सूरजमुखी के बीज — ये शरीर की कोशिकाओं को क्षति से बचाते हैं और उम्र संबंधी थकान कम करते हैं।

4️⃣ प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थ:

दही, छाछ, इडली, डोसा — ये गट हेल्थ को मजबूत करते हैं। स्वस्थ पाचन तंत्र इम्यूनिटी की नींव है।

5️⃣ मसालों की शक्ति:

हल्दी, अदरक और लहसुन में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सर्दी और संक्रमण से बचाव करते हैं।


🔹 त्योहार से पहले कौन सी हर्बल टी पिएं?

त्योहार के मौसम में हर्बल टी एक प्राकृतिक डिटॉक्स एजेंट की तरह काम करती है।

1. अदरक-हल्दी वाली चाय:
अदरक का छोटा टुकड़ा, आधा चम्मच हल्दी और चुटकी भर काली मिर्च को पानी में उबालें। स्वाद के लिए नींबू और शहद मिलाएं। यह सर्दी, खांसी और इंफ्लेमेशन से बचाती है।

2. तुलसी-अश्वगंधा चाय:
5-6 तुलसी की पत्तियाँ और चुटकी भर अश्वगंधा पाउडर डालकर उबालें। यह तनाव घटाती है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है।

3. ग्रीन टी:
ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर से टॉक्सिन्स निकालते हैं और मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त करते हैं।


🔹 एक्सरसाइज से इम्यून सेल्स होती हैं एक्टिव

नियमित व्यायाम शरीर के रक्त संचार को बढ़ाता है और इम्यून सेल्स को सक्रिय रखता है।

  • वॉक या जॉगिंग: रोज 30 मिनट तेज़ चलना या दौड़ना फेफड़ों को साफ रखता है और प्रदूषण के असर को कम करता है।
  • योग और प्राणायाम: सूर्य नमस्कार और अनुलोम-विलोम फेफड़ों की क्षमता बढ़ाते हैं और तनाव कम करते हैं।
  • डांसिंग और स्किपिंग: कार्डियो एक्सरसाइज से शरीर में ऊर्जा और हार्मोनल संतुलन बना रहता है।
  • स्ट्रेंथ ट्रेनिंग: स्क्वॉट्स, पुश-अप्स और प्लैंक्स से मसल्स मजबूत होते हैं और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है।

🔹 छोटे बदलाव, बड़ा असर

  • हर दिन 8 घंटे की नींद लें
  • पानी की मात्रा बढ़ाएं (कम से कम 2.5 लीटर)
  • मिठाइयों की जगह ड्राई फ्रूट्स लें
  • त्योहार की भागदौड़ में भी सुबह की सैर न छोड़ें

“दिवाली रोशनी और सकारात्मकता का त्योहार है। अगर शरीर और मन स्वस्थ रहेंगे तो ही त्योहार का असली आनंद मिलेगा। इसलिए इस बार दीपावली की शुरुआत अपने शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत बनाकर करें।”


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