July 31, 2025 6:24 PM

मीठी नदी घोटाले में अभिनेता डिनो मोरिया से पूछताछ

dino-morea-mithi-river-scam-interrogation

65 करोड़ के गाद सफाई घोटाले में पुलिस की नजर में पहुंचे अभिनेता और उनके भाई

मुंबई। मुंबई की बहुचर्चित मीठी नदी घोटाले की जांच में नया मोड़ तब आया जब अभिनेता डिनो मोरिया और उनके भाई सैंटिनो मोरिया से मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने सोमवार को पूछताछ की। यह पूछताछ 65 करोड़ रुपये के गाद सफाई घोटाले को लेकर हुई, जिसमें मनपा (बृहन्मुंबई महानगरपालिका) से जुड़ी मशीनों के किराए और वित्तीय लेन-देन में गंभीर अनियमितताओं की बात सामने आई है।

केतन कदम के कॉल रिकॉर्ड से आया नाम सामने

इस घोटाले में मुख्य आरोपी केतन कदम के मोबाइल कॉल रिकॉर्ड से डिनो मोरिया और उनके भाई का नाम जांच के दायरे में आया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार केतन, डिनो और सैंटिनो के बीच कई बार फोन पर बातचीत हुई, जिनमें पैसों के लेन-देन की संभावना जताई जा रही है। इसी आधार पर मुंबई पुलिस ने दोनों को सोमवार को आर्थिक अपराध शाखा के कार्यालय में तलब किया।

किन बिंदुओं पर हुई पूछताछ?

हालांकि, पुलिस ने पूछताछ की विस्तृत जानकारी मीडिया को नहीं दी है, लेकिन सूत्रों के अनुसार प्रमुख प्रश्न इस प्रकार थे:

  • क्या डिनो मोरिया या उनके भाई का मीठी नदी सफाई के किसी ठेके या उपकरण आपूर्ति में कोई व्यावसायिक संबंध था?
  • क्या केतन कदम के माध्यम से उन्हें कोई भुगतान या लाभ मिला?
  • कॉल में हुई बातचीत के संदर्भ में पैसों की प्रकृति क्या थी?

घोटाले की पृष्ठभूमि

मीठी नदी सफाई के नाम पर मनपा द्वारा मशीनें किराए पर ली गई थीं, लेकिन इस प्रक्रिया में वित्तीय अनियमितताएं सामने आईं। आरोप है कि सफाई कार्य में दर्जनों मशीनें कागज़ पर दिखाई गईं, जबकि जमीन पर उनका कोई अता-पता नहीं था। इस संबंध में पुलिस ने पूर्व में केतन कदम और जयेश जोशी को गिरफ्तार किया था।

क्या है डिनो मोरिया की भूमिका?

फिलहाल डिनो मोरिया और उनके भाई की भूमिका “संभावित संदिग्ध संपर्क” के रूप में जांच में शामिल की गई है। न ही उन्हें अब तक आरोपी बनाया गया है और न ही गिरफ्तार किया गया है। लेकिन कॉल डेटा रिकॉर्ड्स और कथित लेन-देन की जानकारी उन्हें इस घोटाले की जांच में एक महत्वपूर्ण कड़ी बना रही है।

ईडी और मुंबई पुलिस इस पूरे मामले की आर्थिक परतों को खंगाल रही है, जिससे यह तय हो सके कि किन-किन लोगों ने इस फर्जीवाड़े से लाभ उठाया और कैसे सरकारी धन की हेराफेरी की गई।


Share on facebook
Share on twitter
Share on linkedin
Share on whatsapp
Share on telegram