नई दिल्ली। दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और स्थिति गंभीर हो गई है। बुधवार सुबह 7 बजे तक यमुना का जलस्तर 206.86 मीटर तक पहुँच गया है। खादर क्षेत्र में पानी का फैलाव बढ़ने लगा है और पुराना उस्मानपुर गांव तथा गढ़ी मांडू गांव के पास पानी पहुँच चुका है। ऐसे में सुरक्षा के कारण लोहा पुल से ट्रेनों और वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। इससे पहले मंगलवार शाम को यमुना का जलस्तर 206 मीटर के पार पहुँचने पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई थी। मंगलवार रात से ही प्रशासन ने नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और जरूरत पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए थे।
ट्रेनों का परिचालन भी रोका गया
बुधवार सुबह 6.30 बजे से लोहा पुल से ट्रेन संचालन भी बंद कर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि पुल के बंद होने से यातायात डायवर्ट कर दिया गया है। स्थानीय पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवान पुल पर तैनात किए गए हैं ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
वाहनों का दबाव बढ़ा
पुराने लोहा पुल पर यातायात रोकने के कारण शास्त्री पार्क पुश्ता रोड और गांधी नगर रोड पर वाहनों का दबाव बढ़ गया है। प्रशासन ने वहां अतिरिक्त ट्रैफिक कंट्रोल और डायवर्जन व्यवस्था की है। वाहन चालकों से अपील की गई है कि वे समय पर वैकल्पिक मार्ग चुनें और नदी के किनारे न जाएँ।
यमुना का जलस्तर और प्रभावित क्षेत्र
विशेषज्ञों का कहना है कि यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है और नदी के आसपास के निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। खादर क्षेत्र में पानी का फैलाव लगातार बढ़ रहा है, जिससे आसपास के गांवों और मोहल्लों में रहने वाले लोग खतरे में हैं।

प्रशासन और आपदा प्रबंधन की तैयारी
दिल्ली सरकार ने सभी संबंधित विभागों को हाई अलर्ट पर रखा है। एनडीआरएफ और स्थानीय आपदा प्रबंधन दल को सक्रिय किया गया है। जिन इलाकों में जलस्तर अधिक है, वहां राहत और बचाव कार्य तैयार किए जा रहे हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी के किनारे न जाएँ और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत राहत दल से संपर्क करें।

मौसम की भविष्यवाणी
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले 24 से 48 घंटों में यमुना का जलस्तर कम होने की संभावना है। इसके बावजूद प्रशासन सतर्क है और प्रभावित क्षेत्रों में लगातार निगरानी रखी जा रही है। दिल्लीवासियों से आग्रह है कि वे सुरक्षा उपायों का पालन करें, नदी के पास न जाएँ, और निर्देशों का पालन करते हुए सुरक्षित स्थानों पर रहें।