October 23, 2025 11:29 PM

दिल्ली के रोहिणी में मुठभेड़: बिहार के चार कुख्यात बदमाश ढेर, रंजन पाठक गैंग का अंत

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दिल्ली के रोहिणी में मुठभेड़ में बिहार के चार कुख्यात बदमाश ढेर, रंजन पाठक गैंग का अंत

नई दिल्ली, 23 अक्टूबर। राजधानी दिल्ली के रोहिणी इलाके में बुधवार देर रात हुई मुठभेड़ में पुलिस ने बिहार के चार कुख्यात बदमाशों को ढेर कर दिया। यह कार्रवाई दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा और बिहार पुलिस की संयुक्त टीम ने की। यह मुठभेड़ बहादुर शाह मार्ग से लेकर पंसाली चौक तक चली, जिसमें दोनों ओर से गोलाबारी हुई और अंततः चारों अपराधी मारे गए।

संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) सुरेंद्र कुमार ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए अपराधियों की पहचान रंजन पाठक (25) निवासी मलहई थाना सुरसंड जिला सीतामढ़ी, विमलेश महतो उर्फ विमलेश साहनी (25) निवासी रतनपुर थाना बजपट्टी जिला सीतामढ़ी, मनीष पाठक (33) निवासी मलहई थाना सुरसंड जिला सीतामढ़ी और अमन ठाकुर (21) निवासी शेरपुर करावल नगर दिल्ली के रूप में हुई है।

दिल्ली से बिहार तक फैला आतंक, सिग्मा एंड कंपनी गैंग का सफाया

जानकारी के अनुसार, रंजन पाठक बिहार में हत्या, रंगदारी और लूट जैसे गंभीर मामलों में वांछित था। उसने ‘सिग्मा एंड कंपनी’ नाम से एक अपराधी गिरोह बनाया था, जो बिहार के सीतामढ़ी और आसपास के इलाकों में दहशत का पर्याय बन चुका था। यह गैंग पिछले तीन महीनों में पांच बड़ी हत्याओं में शामिल रहा था। रंजन पाठक पर बिहार पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।

बिहार के सीतामढ़ी, मधुबनी और दरभंगा जिलों में इस गिरोह ने कई रंगदारी और सुपारी हत्या की वारदातों को अंजाम दिया था। स्थानीय पुलिस लंबे समय से इस गैंग के पीछे थी। सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में छिपे होने की सूचना मिलते ही बिहार पुलिस ने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया और एक संयुक्त अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।

मुठभेड़ का पूरा घटनाक्रम

बुधवार देर रात रोहिणी के बहादुर शाह मार्ग पर पुलिस ने बदमाशों की कार को घेरने की कोशिश की। पुलिस को देखते ही बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं। कुछ ही मिनटों में दोनों ओर से गोलाबारी तेज़ हो गई। पुलिस की सटीक निशानेबाजी में चारों अपराधी ढेर हो गए।

मुठभेड़ स्थल से चार पिस्तौल, कई जिंदा कारतूस, दो देसी बम और एक वाहन बरामद किया गया है। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से सबूत जुटा लिए हैं। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि गिरोह के अन्य सदस्य कहां छिपे हैं और उनकी दिल्ली या उत्तर प्रदेश में कोई स्लीपर यूनिट तो सक्रिय नहीं है।

रंजन पाठक गैंग का नेटवर्क और कनेक्शन

‘सिग्मा एंड कंपनी’ गिरोह का नेटवर्क न केवल बिहार तक सीमित था, बल्कि हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ था। यह गैंग सुपारी लेकर हत्याएं करने और कारोबारियों से रंगदारी वसूलने के लिए कुख्यात था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस गिरोह के कई सदस्य अब भी फरार हैं और उनकी तलाश में विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

मनीष पाठक और विमलेश साहनी दोनों ही लंबे समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय थे। इन दोनों पर भी हत्या, डकैती और आर्म्स एक्ट के कई मामले दर्ज हैं। वहीं अमन ठाकुर, जो दिल्ली का निवासी था, इस गैंग का स्थानीय संपर्क था और राजधानी में ठिकाने उपलब्ध कराता था।

पुलिस की बड़ी सफलता, प्रदेशों के बीच समन्वय की मिसाल

दिल्ली और बिहार पुलिस की इस संयुक्त कार्रवाई को बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। अपराधियों के खिलाफ साझा अभियान चलाने से न केवल सीमापार अपराधों पर अंकुश लगेगा, बल्कि दोनों राज्यों की पुलिस के बीच समन्वय भी मजबूत होगा। पुलिस आयुक्त सुरेंद्र कुमार ने कहा कि— “इस ऑपरेशन से यह साबित हुआ है कि अपराधी अब किसी भी राज्य में सुरक्षित नहीं रह सकते।”

वहीं बिहार पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि रंजन पाठक गिरोह का खात्मा सीतामढ़ी और आसपास के जिलों के लिए राहत की खबर है। इससे क्षेत्र में व्याप्त भय और असुरक्षा की भावना समाप्त होगी।


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