दिल्ली से एक करोड़ का कलश चोरी करने वाला आरोपी हापुड़ से गिरफ्तार

नई दिल्ली। दिल्ली में जैन समाज के कार्यक्रम से चोरी हुए एक करोड़ रुपये मूल्य के पवित्र कलश की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई है। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने आरोपी भूषण वर्मा को हापुड़ से गिरफ्तार कर लिया है। यह कलश लाल किले के सामने आयोजित जैन समाज के धार्मिक कार्यक्रम से चोरी हुआ था।

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कैसे पकड़ा गया आरोपी

दिल्ली पुलिस के अनुसार, आरोपी को पकड़ने के लिए करीब 10 टीमों का गठन किया गया था। प्रारंभ में चार टीमों को ही जांच में लगाया गया था, लेकिन बाद में स्पेशल स्टाफ, एएटीएस, एंटी नारकोटिक्स सेल और उत्तरी जिले की पुलिस समेत कई टीमें इस मामले में जुट गईं। सोमवार सुबह क्राइम ब्रांच ने हापुड़ में छापामारी कर आरोपी को गिरफ्तार किया। इसके बाद आरोपी को दिल्ली लाया जा रहा है।

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आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड

आरोपी भूषण वर्मा पर पहले से ही चोरी के पांच से छह मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस को लंबे समय से उसकी गतिविधियों पर शक था। उत्तरी जिले की पुलिस को भी आरोपी के बारे में सुराग मिल गए थे, लेकिन क्राइम ब्रांच ने तेजी से कार्रवाई करते हुए पहले उसे पकड़ लिया।

जैन समाज में रोष

कलश चोरी होने की खबर से जैन समाज में गहरा आक्रोश फैल गया था। समाज के लोगों का कहना है कि कलश की कीमत से कहीं अधिक उसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। यह कलश श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है और इसके चोरी होने से पूरे समाज की भावनाएं आहत हुई थीं।

पुलिस की तत्परता और आगे की कार्रवाई

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है कि उसने चोरी किया हुआ कलश कहां छुपाया था और इस घटना में कोई और शामिल है या नहीं। शुरुआती जानकारी के अनुसार, आरोपी ने अकेले ही इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस का कहना है कि धार्मिक महत्व की वस्तु की चोरी को गंभीरता से लेते हुए ही इतनी बड़ी संख्या में टीमें आरोपी की तलाश में लगाई गई थीं।

निष्कर्ष

क्राइम ब्रांच की तत्परता से कलश चोरी मामले का खुलासा हो गया है और आरोपी गिरफ्त में है। जैन समाज के लिए यह राहत की खबर है, लेकिन इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा को और मजबूत बनाने की मांग अब और तेज हो सकती है।