किसान संगठनों ने एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच शुरू कर दिया है। इस बार किसानों का काफिला उत्तर प्रदेश से दिल्ली की ओर बढ़ रहा है, जिससे दिल्ली-नोएडा बॉर्डर और नोएडा एक्सप्रेसवे पर तनावपूर्ण स्थिति बन गई है। किसानों ने जगह-जगह बैरिकेडिंग तोड़ दी, जबकि पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बड़े पैमाने पर इंतजाम किए हैं।
महामाया फ्लाईओवर पर किसानों को रोका गया
पुलिस ने किसानों को महामाया फ्लाईओवर के पास रोकने का प्रयास किया है। इस स्थान पर पुलिस और किसानों के बीच खींचतान देखने को मिली। पुलिस ने दोहरी बैरिकेडिंग के अलावा हाईवे पर दो क्रेन, एक ट्रक और कंटेनर खड़े कर दिए हैं, ताकि किसानों को आगे बढ़ने से रोका जा सके।
दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर जाम
किसानों के प्रदर्शन और पुलिस की नाकाबंदी के कारण दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर 5 किलोमीटर लंबा जाम लग गया है। नोएडा एक्सप्रेसवे पर यातायात पूरी तरह प्रभावित है, जिससे आने-जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
दिल्ली पुलिस अलर्ट मोड पर
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी बॉर्डर पर स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए तैनात हैं। बॉर्डर पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और हर आने-जाने वाले वाहन की सघन जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि किसानों को दिल्ली में घुसने की अनुमति नहीं दी जाएगी और शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील की गई है।
किसानों की मांगें
किसान संगठनों ने अपनी मांगों को लेकर यह प्रदर्शन शुरू किया है। इनमें न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी, कर्ज माफी, और कृषि कानूनों को लेकर कई मुद्दे शामिल हैं। किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
किसानों का रुख
किसान नेता पुलिस की नाकाबंदी को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं और अपनी मांगों को लेकर दिल्ली पहुंचने की बात पर अड़े हैं। उनका कहना है कि सरकार को किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लेना चाहिए और उनके मुद्दों का जल्द समाधान करना चाहिए।
आम जनता की परेशानी
इस प्रदर्शन के कारण आम जनता को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। खासतौर पर दफ्तर जाने वाले लोग और स्कूल-कॉलेज जाने वाले छात्र जाम में फंसे हुए हैं। पुलिस ने वैकल्पिक मार्ग सुझाए हैं, लेकिन ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
स्थिति पर नजर
फिलहाल पुलिस और किसानों के बीच बातचीत की कोई सूचना नहीं है। किसानों के इस मार्च ने दिल्ली-एनसीआर की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती दे दी है। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सतर्क है।