दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश और बाढ़ से हाहाकार, यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर
दिल्ली-एनसीआर में पिछले कई दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। लगातार हो रही बरसात के कारण जगह-जगह जलभराव की स्थिति बन गई है, वहीं यमुना नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर से ऊपर चला गया है। निचले इलाकों में पानी भरने से लोगों का घरों में रहना मुश्किल हो गया है और हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है।
यमुना का बढ़ता जलस्तर, कई इलाके डूबे
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर 207 मीटर के पार पहुंच गया है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर पर माना जाता है। जलस्तर बढ़ने से यमुना बाजार, निगमबोध घाट, ओल्ड उस्मानपुर गांव, ओल्ड गढ़ी मेंडू, तिब्बती बाजार और मोनेस्ट्री मार्केट जैसे निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। यमुना का पानी घरों तक पहुंच चुका है, जिससे हजारों परिवारों को अपना घर छोड़कर अस्थायी राहत शिविरों में जाना पड़ा है। अब तक 12 हजार से ज्यादा लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए जा चुके हैं।


निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार बंद
स्थिति इतनी भयावह हो गई है कि दिल्ली के सबसे बड़े श्मशान घाट निगमबोध घाट में यमुना का पानी घुस गया है। इस वजह से वहां अंतिम संस्कार की प्रक्रिया रोकनी पड़ी है। प्रशासन ने शवों के अंतिम संस्कार के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने की कोशिश शुरू की है, लेकिन श्मशान घाट पर पानी भरने से लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
हरियाणा से छोड़ा गया पानी, खतरा और बढ़ा
हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से लगातार हर घंटे 1.5 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे दिल्ली में यमुना का जलस्तर और तेजी से बढ़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर पानी छोड़ने का सिलसिला इसी तरह जारी रहा तो हालात और बिगड़ सकते हैं। आउटर रिंग रोड समेत कई प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है। आईटीओ से कश्मीरी गेट तक सड़कों पर लंबा जाम लग गया है।

परिवहन व्यवस्था चरमराई
भारी बारिश और जलभराव का सबसे बड़ा असर परिवहन पर देखने को मिला है। दिल्ली एयरपोर्ट पर 340 से ज्यादा उड़ानें प्रभावित हुईं। फ्लाइट ट्रैकर एजेंसी फ्लाइटरडार24 के अनुसार, शाम पांच बजे तक 273 उड़ानों का डिपार्चर और 73 उड़ानों का अराइवल देरी से हुआ। वहीं, सड़क यातायात पर भी बुरा असर पड़ा है। कई जगहों पर सड़कें तालाब जैसी बन गई हैं और वाहन पानी में फंसे नजर आए।
गाजियाबाद और नोएडा में हालत गंभीर
गाजियाबाद में कई जगह सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया। कारें आधी डूब गईं और सात गांव पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। कई मकानों में एक मंजिल तक पानी घुस गया है। नोएडा में बुधवार दोपहर अचानक अंधेरा छा गया और दो घंटे तक तेज बारिश हुई। इस दौरान जनजीवन पूरी तरह ठप हो गया।

शिक्षा संस्थान बंद
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर प्रशासन ने 3 सितंबर 2025 को सभी स्कूल बंद रखने का आदेश जारी किया। बच्चों और अभिभावकों को घर पर रहने की सलाह दी गई।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में अगले 24 घंटे तक भारी बारिश का दौर जारी रह सकता है। विभाग ने लोगों को निचले इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है और प्रशासन को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं।

आम जनता बेहाल
दिल्ली और एनसीआर में रहने वाले लोगों के लिए यह बारिश आफत बनकर आई है। रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित हो गई है। लोग न तो समय पर ऑफिस पहुंच पा रहे हैं और न ही बच्चों की पढ़ाई सही ढंग से हो पा रही है। पानी से घिरे इलाकों में लोग नाव और ट्रैक्टर जैसी अस्थायी व्यवस्थाओं से आवाजाही कर रहे हैं।

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