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March 12, 2025 9:41 PM

27 साल बाद दिल्ली में भगवा लहराया: भाजपा को 48 सीटों पर बढ़त, अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया हारे

27 साल बाद दिल्ली में भाजपा की वापसी, 48 सीटों पर बढ़त | केजरीवाल-सिसोदिया हारे | मोदी का संबोधन आज

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) 27 साल बाद सत्ता में वापसी करती दिख रही है। चार घंटे की मतगणना के बाद चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, 70 सीटों में से भाजपा 48 और आम आदमी पार्टी (AAP) 22 सीटों पर आगे चल रही है

भाजपा मुख्यालय में जश्न, प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन

रुझानों में भाजपा को बढ़त मिलते ही दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में जश्न का माहौल बन गया। कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों के साथ जश्न मनाना शुरू कर दिया। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 7 बजे भाजपा मुख्यालय पहुंचेंगे और कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे

27 साल बाद भाजपा की वापसी, 1993 में बनाई थी सरकार

दिल्ली में भाजपा की सरकार 27 साल बाद बनने जा रही है। इससे पहले 1993 में भाजपा ने 49 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी। उस समय पार्टी ने 5 साल में तीन मुख्यमंत्री—मदनलाल खुराना, साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज बनाए थे

केजरीवाल और सिसोदिया की हार, आतिशी पीछे

आम आदमी पार्टी (AAP) को इस चुनाव में बड़ा झटका लगा है। रुझानों के मुताबिक:

  • नई दिल्ली सीट पर अरविंद केजरीवाल 1,800 वोटों से पीछे चल रहे थे और अंततः हार गए। भाजपा के प्रवेश वर्मा ने जीत दर्ज की।
  • जंगपुरा सीट से मनीष सिसोदिया चुनाव हार गए। भाजपा के तरविंदर सिंह मारवाह विजयी रहे।
  • आतिशी पीछे चल रही हैं, जबकि सत्येंद्र जैन, सोमनाथ भारती, सौरभ भारद्वाज, अमानतुल्लाह खान और अवध ओझा भी हार की कगार पर हैं।

मुस्तफाबाद सीट पर भाजपा की बड़ी बढ़त

दिल्ली दंगों से चर्चित मुस्तफाबाद सीट पर भाजपा के मोहन बिष्ट 42,000 वोटों से आगे चल रहे हैं। वहीं, दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन चौथे स्थान पर हैं

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: मुख्य तथ्य

  • 5 फरवरी को हुए मतदान में 60.54% वोटिंग हुई।
  • 14 एग्जिट पोल सामने आए थे, जिनमें 12 में भाजपा और 2 में AAP सरकार बनने का अनुमान था।
  • 2020 में केजरीवाल लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन शराब घोटाले में जेल जाने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
  • केजरीवाल तीसरे कार्यकाल में 4 साल 7 महीने और 6 दिन मुख्यमंत्री रहे।
  • उनके इस्तीफे के बाद AAP ने आतिशी को मुख्यमंत्री बनाया था।

कांग्रेस फिर खाली हाथ, वोट प्रतिशत में मामूली बढ़त

  • कांग्रेस को इस बार भी एक भी सीट नहीं मिली।
  • 2020 में कांग्रेस का वोट शेयर 5.5% था, जो इस बार 7.5% तक पहुंचा।
  • कुछ सीटों पर कांग्रेस दूसरे स्थान पर थी, लेकिन जीत की संभावना कहीं नहीं दिखी।

वोट शेयर में बड़ा बदलाव: भाजपा को फायदा, AAP को नुकसान

  • भाजपा के वोट शेयर में पिछले चुनाव की तुलना में 9% की वृद्धि हुई।
  • AAP को 10% से अधिक का नुकसान हुआ।
  • कांग्रेस का वोट शेयर 2% बढ़ा, लेकिन कोई सीट नहीं मिली।

निष्कर्ष: दिल्ली में ऐतिहासिक बदलाव

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भाजपा ने 27 साल बाद सत्ता में वापसी कर ली है। आम आदमी पार्टी (AAP) को करारी हार का सामना करना पड़ा, और कांग्रेस फिर से कोई सीट नहीं जीत पाई। यह नतीजे यह दर्शाते हैं कि दिल्ली के मतदाताओं ने इस बार बदलाव को प्राथमिकता दी। अब सबकी नजर इस पर है कि भाजपा दिल्ली का नया मुख्यमंत्री किसे बनाएगी

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