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March 12, 2025 9:24 PM

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: भाजपा को बहुमत के संकेत, मुख्यमंत्री पद के लिए कई नामों पर चर्चा

दिल्ली चुनाव 2025: भाजपा को बहुमत, केजरीवाल हारे, नया मुख्यमंत्री कौन?

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ऐतिहासिक बढ़त बना ली है। शुरुआती रुझानों से साफ है कि 27 साल बाद दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने जा रही है। आम आदमी पार्टी (AAP) को इस चुनाव में करारा झटका लगा है, क्योंकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया चुनाव हार गए हैं। वहीं, AAP नेता आतिशी अपनी सीट बचाने में कामयाब रही हैं

भाजपा की जीत तय मानी जा रही है, लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि दिल्ली का नया मुख्यमंत्री कौन होगा? पार्टी आमतौर पर मुख्यमंत्री पद के लिए अप्रत्याशित नामों की घोषणा कर चौंका देती है। हालांकि, राजनीतिक गलियारों में कुछ प्रमुख नामों पर चर्चा हो रही है, जिनमें प्रवेश वर्मा, रमेश बिधूड़ी, दुष्यंत गौतम और विजेंद्र गुप्ता शामिल हैं।

मुख्यमंत्री पद की रेस में ये चेहरे आगे

1. प्रवेश वर्मा – जाट वोट बैंक को साधने की रणनीति

प्रवेश वर्मा का नाम इस दौड़ में इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि अगर वे जीतते हैं, तो यह अरविंद केजरीवाल को हराने के बाद की ऐतिहासिक जीत होगी। केजरीवाल को मात देने का मतलब होगा कि भाजपा के लिए वह एक मजबूत सीएम उम्मीदवार हो सकते हैं।

इसके अलावा, प्रवेश वर्मा जाट समुदाय से आते हैं, जो हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण वोट बैंक है। ऐसे में भाजपा उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर इस समुदाय को साधने की कोशिश कर सकती है

2. रमेश बिधूड़ी – मजबूत गुर्जर नेता

कालकाजी सीट से भाजपा प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी का नाम भी इस दौड़ में शामिल है। गुर्जर समुदाय से आने वाले बिधूड़ी इस समाज में एक मजबूत पकड़ रखते हैं। हालांकि, अपने बयानों को लेकर कई बार विवादों में रहने के बावजूद भाजपा ने उन पर कभी कोई सख्त कदम नहीं उठाया

दिल्ली के चुनाव प्रचार के दौरान भी वह लगातार सुर्खियों में बने रहे। यदि भाजपा जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए फैसला लेती है, तो गुर्जर समुदाय को मजबूत करने के लिए रमेश बिधूड़ी को मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी मिल सकती है

3. दुष्यंत गौतम – भाजपा का चौंकाने वाला चेहरा?

दिल्ली के करोल बाग से भाजपा प्रत्याशी दुष्यंत गौतम का नाम भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि भाजपा उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर सभी को चौंका सकती है

दुष्यंत गौतम एससी समुदाय से आते हैं, और पार्टी इस समुदाय को साधने के लिए उन्हें मुख्यमंत्री बना सकती है। इसके अलावा, बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए भाजपा दिल्ली से बिहार तक का समीकरण मजबूत करने की रणनीति बना रही है। भाजपा के किसी भी राज्य में अभी एससी समुदाय से कोई मुख्यमंत्री नहीं है, ऐसे में यह फैसला एक बड़ा राजनीतिक संदेश भी हो सकता है

4. विजेंद्र गुप्ता – अनुभवी और विश्वसनीय चेहरा

वरिष्ठ भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता को भी मुख्यमंत्री पद के संभावित उम्मीदवारों में गिना जा रहा है। वह दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं और आम आदमी पार्टी के खिलाफ मुखर रहे हैं।

जब 2020 के चुनाव में भाजपा सिर्फ 8 सीटें जीतने में कामयाब रही थी, तब भी विजेंद्र गुप्ता अपनी सीट बचाने में सफल रहे थे। इस बार रोहिणी से वह अच्छी बढ़त बनाए हुए हैं, और भाजपा उन्हें अनुभवी और भरोसेमंद विकल्प के रूप में देख सकती है।

अमित शाह से मिलने पहुंचे प्रवेश वर्मा, जल्द हो सकता है ऐलान

दिल्ली चुनाव में भाजपा की शानदार बढ़त के बाद प्रवेश वर्मा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे हैं। इससे अटकलें तेज हो गई हैं कि भाजपा जल्द ही मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा कर सकती है

27 साल बाद दिल्ली में भाजपा की सरकार बनना तय

इस चुनाव में भाजपा ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है और 48 से अधिक सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। 27 साल बाद भाजपा दिल्ली की सत्ता में वापसी करने जा रही है।

अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि भाजपा दिल्ली को नया मुख्यमंत्री कौन देती है। आने वाले दिनों में इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा और पार्टी औपचारिक घोषणा कर सकती है।

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