दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों ने राजनीतिक समीकरणों को पूरी तरह बदल दिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 27 साल बाद दिल्ली में सत्ता में वापसी की है, और आम आदमी पार्टी (आप) को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। भाजपा ने 2020 के मुकाबले 6 गुना ज्यादा सीटें हासिल की हैं। वहीं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद नई दिल्ली सीट से हार गए, जहां 20 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। इस जीत पर भाजपा कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला, वहीं विपक्षी नेताओं ने इस पर तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं।
केजरीवाल की हार – प्रवेश वर्मा ने 3,000 वोटों से हराया
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली सीट से भाजपा के प्रवेश वर्मा ने 3,000 वोटों से हराकर बड़ा झटका दिया। 2020 में इस सीट से जीतने वाले केजरीवाल इस बार टिक नहीं पाए और उनकी पार्टी के कई उम्मीदवार भारी अंतर से हार गए।
- नई दिल्ली सीट पर 20 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई।
- आप नेता संदीप दीक्षित को केवल 3,873 वोट ही मिले।
- केजरीवाल की हार के साथ आम आदमी पार्टी का जनाधार गिरता हुआ दिखा।
भाजपा की ऐतिहासिक जीत – 6 गुना ज्यादा सीटें
2020 के विधानसभा चुनावों में भाजपा महज 8 सीटें जीत पाई थी, लेकिन इस बार पार्टी ने 48 सीटों पर बढ़त बना ली है। यह जीत 6 गुना बढ़ोतरी को दर्शाती है और भाजपा के मजबूत संगठनात्मक ढांचे को दर्शाती है।
भाजपा की इस ऐतिहासिक जीत के बाद पार्टी कार्यालय में जमकर जश्न मनाया गया। कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई, पटाखे फोड़े और जमकर नारेबाजी की।
कुमार विश्वास का केजरीवाल पर हमला – “निर्लज्ज और चरित्रहीन”
कभी केजरीवाल के करीबी रहे कवि और राजनेता कुमार विश्वास ने आप की हार पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा:
“करोड़ों लोग नौकरियां छोड़कर आए थे, दुश्मनियां ली थीं। उन सब की हत्या एक आत्ममुग्ध आदमी ने, चरित्रहीन आदमी ने अपनी निजी महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति के लिए की। उसको ईश्वरीय विधान से दंड मिला। खुशी इस बात की भी है कि न्याय हुआ।”
कुमार विश्वास के इस बयान ने सोशल मीडिया पर बड़ी हलचल मचा दी है।
अमित शाह का तंज – “जनता ने शराब ठेकों का जवाब दिया”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी भाजपा की जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दिल्ली की जनता ने साफ कर दिया है कि झूठे वादों से उन्हें गुमराह नहीं किया जा सकता। उन्होंने ट्वीट किया:
“दिल्लीवासियों ने बता दिया कि जनता को बार-बार झूठे वादों से गुमराह नहीं किया जा सकता। जनता ने अपने वोट से गंदी यमुना, पीने का गंदा पानी, टूटी सड़कों, ओवरफ्लो होते सीवरों और हर गली में खुले शराब के ठेकों का जवाब दिया है।”
अमित शाह का यह बयान इशारों में आम आदमी पार्टी की शराब नीति और दिल्ली में व्याप्त बुनियादी समस्याओं पर सीधा हमला था।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव का बयान – “इंडी गठबंधन तिनके की तरह बिखर रहा”
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी भाजपा की जीत पर खुशी जताई और विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने एक्स (Twitter) पर लिखा:
“दिल्ली में कमल खिल रहा है, सभी को बधाई। इंडी गठबंधन तिनके की तरह बिखर रहा है। यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जेपी नड्डा के नेतृत्व में हमारा अश्वमेघ यज्ञ का जीत का घोड़ा निर्बाध दौड़ रहा है।”
मोहन यादव का यह बयान यह दर्शाता है कि भाजपा आने वाले चुनावों में भी इसी तरह की जीत की उम्मीद कर रही है।
निष्कर्ष
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भाजपा की शानदार जीत ने राजनीति का पूरा समीकरण बदल दिया है। अरविंद केजरीवाल, संदीप दीक्षित और अन्य आप नेता करारी हार का सामना कर चुके हैं। भाजपा ने 2020 के मुकाबले 6 गुना ज्यादा सीटें जीतकर अपना परचम लहराया। कुमार विश्वास और अमित शाह ने आम आदमी पार्टी पर तीखे हमले किए।
अब सवाल उठता है कि आम आदमी पार्टी इस हार से कैसे उबरेगी और क्या भाजपा दिल्ली में अपनी नई सरकार के साथ राजधानी के विकास को नई दिशा देगी?