दिल्ली, 5 फरवरी 2025। दिल्ली विधानसभा के 70 सीटों के लिए मतदान कल, 5 फरवरी को एक ही चरण में होगा। इस बार चुनावी मैदान में विभिन्न प्रमुख राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखी जा रही है। विधानसभा चुनाव में दिल्ली के मतदाता उम्मीदवारों का चुनाव करेंगे और 8 फरवरी को चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे।
मुख्य मुकाबला: आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच
इस चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच सबसे जोरदार मुकाबला होने की संभावना है। दोनों पार्टियाँ दिल्ली की सभी 70 सीटों पर आमने-सामने हैं। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ने अपने-अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं और अब दोनों पार्टी अपने-अपने चुनावी वादों के साथ मतदाताओं को लुभाने में जुटी हैं।
भा.ज.पा. ने 68 सीटों पर कैंडिडेट उतारे
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 68 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि दो सीटें अपनी सहयोगी पार्टियों को दी हैं। बीजेपी ने इस चुनाव में अपना पूरा जोर दिल्ली विधानसभा की सत्ता में वापसी करने के लिए लगाया है। बीजेपी की सहयोगी पार्टी जनता दल-यूनाइटेड (JD-U) ने बुराड़ी सीट से अपना प्रत्याशी उतारा है, वहीं लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास (LJP-R) ने देवली सीट पर अपना उम्मीदवार खड़ा किया है।
कम्युनिस्ट पार्टियों की भूमिका
दिल्ली विधानसभा चुनाव में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ India-मार्कसिस्ट (CPI-M) भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में जुटी हैं। CPI ने 6 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि CPI-M और CPI-मार्कसिस्ट-लेनिनिस्ट ने 2-2 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए हैं। इन पार्टियों की उम्मीद है कि वे दिल्ली की विधानसभा में अपनी स्थिति मजबूत कर सकेंगी।
असदुद्दीन ओवैसी और BSP का भी जोरदार प्रवेश
बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। पार्टी का उद्देश्य दिल्ली में अपनी मौजूदगी को मजबूत करना है। साथ ही, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तिहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने 12 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। ओवैसी का उद्देश्य दिल्ली में मुस्लिम मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करना है।
नवीनतम स्थिति: भाजपा की सहयोगी पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस
महाराष्ट्र में भाजपा की सहयोगी पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने 30 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के डिप्टी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी भाजपा को सभी सीटों पर अपना समर्थन देने का ऐलान किया है।
चुनाव परिणामों का इंतजार
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 फरवरी 2025 को घोषित किए जाएंगे। वोटों की गिनती के बाद यह स्पष्ट होगा कि किस पार्टी को दिल्ली की जनता ने अपनी पसंदीदा पार्टी के रूप में चुना है और कौन पार्टी सरकार बनाने में सफल होगी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुल 70 सीटों पर कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है, जिसमें प्रमुख दलों के बीच जुबानी जंग और चुनावी वादों का दौर चल रहा है। सभी पार्टियां अपनी पूरी ताकत लगा कर चुनावी मैदान में हैं, और कल होने वाले मतदान के बाद राजनीतिक तस्वीर साफ हो जाएगी।