नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन आम आदमी पार्टी (AAP) के 13 विधायकों को पूरे दिन के लिए निलंबित कर दिया गया। इनमें दिल्ली सरकार की मंत्री और नेता विपक्ष आतिशी भी शामिल हैं। यह निलंबन उस समय हुआ जब ये विधायक उप-राज्यपाल वीके सक्सेना के भाषण के दौरान “मोदी-मोदी” के नारे लगा रहे थे। नारेबाजी के कारण सदन की कार्यवाही बाधित हुई, जिसके बाद मार्शलों ने सभी निलंबित विधायकों को विधानसभा से बाहर निकाल दिया।
क्या है मामला?
सदन से बाहर निकाले जाने के बाद मंत्री आतिशी ने दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री आवास में भगत सिंह और डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीरें हटाए जाने को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, “क्या पीएम मोदी बाबा साहेब अंबेडकर से बड़े हैं? क्या भगत सिंह की तस्वीर को हटाना उचित है?” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ काम कर रही है।
आप और भाजपा के बीच तनातनी
दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच लगातार टकराव की स्थिति बनी हुई है। आम आदमी पार्टी आरोप लगा रही है कि एलजी और केंद्र सरकार दिल्ली सरकार के कामकाज में अनावश्यक हस्तक्षेप कर रहे हैं। वहीं, भाजपा का कहना है कि अरविंद केजरीवाल सरकार की शराब नीति में भारी भ्रष्टाचार हुआ है, जिससे दिल्ली को आर्थिक नुकसान हुआ।
क्या होगा आगे?
दिल्ली विधानसभा के आगामी सत्रों में यह मुद्दा और गरमाने की संभावना है। आप विधायक सदन के बाहर भी विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं, जबकि भाजपा इस मुद्दे को विधानसभा चुनाव तक उठाने की तैयारी में है। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि केग की रिपोर्ट के खुलासे के बाद दिल्ली की राजनीति में क्या नया मोड़ आता है।