October 21, 2025 9:53 PM

भिंड में दलित युवक को बंधक बनाकर पीटा, जबरन शराब और पेशाब पिलाने का आरोप

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एएसपी और कलेक्टर पहुंचे अस्पताल, दो आरोपी गिरफ्तार, एक फरार

भिंड में दलित युवक को बंधक बनाकर पीटा, जबरन शराब और पेशाब पिलाने का आरोप; दो गिरफ्तार, एक फरार

भिंड, 21 अक्टूबर (हि.स.)।
मध्यप्रदेश के भिंड जिले में एक बार फिर इंसानियत को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। सुरपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम अजुद्दीपुरा में तीन दबंगों ने एक दलित युवक को कथित रूप से बंधक बनाकर उसके साथ बर्बरता की। आरोप है कि तीनों ने युवक को ग्वालियर से अगवा कर भिंड लाया, जहां उसे बंधक बनाकर बेरहमी से पीटा गया, जबरन शराब पिलाई गई और पेशाब पीने पर मजबूर किया गया। घटना सोमवार शाम की बताई जा रही है, जबकि पीड़ित को मंगलवार सुबह भिंड जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

घटना की जानकारी मिलते ही एडिशनल एसपी संजीव पाठक और कलेक्टर करोड़ी लाल मीणा अस्पताल पहुंचे और पीड़ित से बातचीत की। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की है। दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है, जबकि एक फरार है।

ग्वालियर से अगवा कर लाए थे भिंड

पीड़ित युवक ने पुलिस को बताया कि वह पेशे से चालक है और पहले दतावली गांव के रहने वाले सोनू बरुआ (38) की बोलेरो चलाता था। कुछ दिनों से उसने काम छोड़ दिया था और ग्वालियर के दीनदयाल नगर में अपने ससुराल में रह रहा था। सोमवार को सोनू बरुआ अपने साथियों आलोक पाठक (40) और छोटू ओझा (27) के साथ उसके पास पहुंचा। तीनों ने मिलकर उसे जबरदस्ती गाड़ी में बैठा लिया और भिंड के सुरपुरा क्षेत्र की ओर ले गए।

सेमरपुरा मोड़ के पास पहुंचकर तीनों ने युवक को लात-घूंसे और डंडों से बुरी तरह पीटा। पीड़ित के अनुसार, आरोपितों ने न सिर्फ उसे मारपीट कर घायल किया बल्कि जबरन शराब पिलाई और फिर पेशाब पीने को मजबूर किया। युवक ने बताया कि आरोपियों ने धमकी दी कि अगर उसने किसी को कुछ बताया या पुलिस में शिकायत की, तो उसे जान से मार देंगे।

परिजनों ने दी सूचना, पुलिस ने दर्ज किया मामला

पीड़ित किसी तरह उनके चंगुल से निकलकर परिजनों को फोन करने में सफल हुआ। परिवार के लोग तुरंत पहुंचे और उसे जिला अस्पताल ले गए। पीड़ित के बयान के बाद परिजनों ने सुरपुरा थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों के खिलाफ बंधक बनाना, मारपीट करना और एससी/एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

एएसपी संजीव पाठक ने बताया, “पीड़ित की रिपोर्ट पर मारपीट करने, बंधक बनाने और एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। पीड़ित का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है और उसकी हालत स्थिर है। पुलिस ने सोनू बरुआ और आलोक पाठक को हिरासत में ले लिया है, जबकि छोटू ओझा फरार है। पीड़ित को पेशाब पिलाने के आरोप की जांच की जा रही है। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।”

प्रशासनिक अधिकारियों ने लिया संज्ञान

घटना की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर करोड़ी लाल मीणा और एएसपी संजीव पाठक ने अस्पताल पहुंचकर पीड़ित और उसके परिवार से बात की। कलेक्टर ने बताया कि पीड़ित की हर संभव मदद की जा रही है और चिकित्सा उपचार में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा, “मैंने पीड़ित के पिता से बातचीत की है। अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि सभी जांचें समय पर की जाएं और पीड़ित को आवश्यक सुरक्षा दी जाए।”

दलित वर्ग में आक्रोश, पुलिस सतर्क

घटना के बाद स्थानीय क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त है। दलित समुदाय के लोगों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने सुरपुरा क्षेत्र में अतिरिक्त बल तैनात किया है ताकि किसी भी प्रकार की स्थिति न बिगड़े। वरिष्ठ अधिकारी लगातार मामले की निगरानी कर रहे हैं।

मानवता को झकझोरने वाली घटना

भिंड में घटित यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था की चुनौती को उजागर करती है, बल्कि सामाजिक संवेदनशीलता पर भी गंभीर प्रश्न खड़े करती है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, दलित संगठनों ने इस अमानवीय घटना की निंदा करते हुए जल्द से जल्द न्याय की मांग की है।


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