धर्मशाला।
तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा जुलाई माह में लद्दाख के 45 दिवसीय दौरे पर जाएंगे। यह दौरा करीब दो वर्षों के अंतराल के बाद हो रहा है, जिसे लेकर लद्दाख में उनके अनुयायियों और बौद्ध समुदाय में विशेष उत्साह है। धर्मशाला से प्राप्त जानकारी के अनुसार, दलाई लामा का यह दौरा उनके 90वें जन्मदिन समारोह के तुरंत बाद शुरू होगा, जिसमें वे लेह और आसपास के क्षेत्रों में प्रवचन देंगे और आध्यात्मिक शिक्षाएं प्रदान करेंगे।
12 जुलाई को लद्दाख पहुंचेंगे दलाई लामा
दलाई लामा के कार्यालय द्वारा लद्दाख बौद्ध संघ (एलबीए) के अध्यक्ष सेरिंग दोरजे को भेजे गए आधिकारिक पत्र में यह जानकारी दी गई है कि वे 12 जुलाई को लेह पहुंचेंगे। दौरे की शुरुआत में वे कुछ दिनों तक मौसम के अनुकूलन के लिए विश्राम करेंगे। इसके बाद उनका कार्यक्रम विभिन्न मठों, शैक्षणिक और सांस्कृतिक संस्थानों में प्रवचन, संवाद और विशेष बैठकों के रूप में निर्धारित किया गया है।

झंस्कार की संभावित यात्रा भी कार्यक्रम में
दलाई लामा की इस यात्रा में लद्दाख के सुदूरवर्ती क्षेत्र झंस्कार का भी शामिल होना संभावित है। यह इलाका अपनी प्राचीन बौद्ध परंपराओं, मठों और शांति की साधना स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। हालांकि इस विशेष यात्रा की तारीखें अभी अंतिम रूप नहीं दी गई हैं, लेकिन इसे लेकर क्षेत्रीय अनुयायियों में विशेष उत्सुकता है।

लद्दाख बौद्ध संघ ने जताई प्रसन्नता
एलबीए ने दलाई लामा के आगमन पर गहरी खुशी व्यक्त करते हुए कहा है कि यह यात्रा न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से भी लद्दाख के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होगी। दलाई लामा की उपस्थिति से क्षेत्र में बौद्ध दर्शन और शांति के संदेश को और अधिक सशक्त आधार मिलेगा।
90वें जन्मदिवस के तुरंत बाद होगा प्रवास
गौरतलब है कि दलाई लामा का यह दौरा उनके 90वें जन्मदिवस समारोह के बाद हो रहा है, जो धर्मशाला में बड़े स्तर पर मनाया जाएगा। जन्मदिन के बाद उनकी यह लद्दाख यात्रा एक आध्यात्मिक श्रृंखला का हिस्सा मानी जा रही है, जिसमें वे जीवन दर्शन, करुणा, अहिंसा और सह-अस्तित्व के सिद्धांतों पर विचार साझा करेंगे।
बौद्ध अनुयायियों में उमंग
लद्दाख में बसे हजारों बौद्ध अनुयायी दलाई लामा के स्वागत की तैयारियों में जुटे हैं। मठों में सफाई, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की रिहर्सल और सामूहिक प्रार्थनाओं का आयोजन शुरू हो गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, “दलाई लामा केवल एक धर्मगुरु नहीं, बल्कि हमारे लिए एक जीवंत मार्गदर्शक हैं, जिनका आशीर्वाद इस क्षेत्र को ऊर्जा देता है।”
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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