उधमपुर में सीआरपीएफ बस हादसा: 3 जवान शहीद, 15 घायल, रेस्क्यू जारी

उधमपुर। जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में गुरुवार को एक दर्दनाक सड़क हादसे में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के तीन जवान शहीद हो गए और 15 अन्य घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ जब सीआरपीएफ की 187वीं बटालियन के जवानों को लेकर जा रही एक बस अनियंत्रित होकर 200 फीट गहरी खाई में गिर गई।

कैसे हुआ हादसा: सुबह 10:30 बजे का समय, 18 जवान सवार थे बस में

प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह हादसा उधमपुर जिले के कदवा से बसंतगढ़ के रास्ते में कंदवा-बसंतगढ़ सड़क पर हुआ। सीआरपीएफ की 187वीं बटालियन की बस में कुल 18 जवान सवार थे, जो नियमित ड्यूटी के तहत यात्रा कर रहे थे। सुबह करीब 10:30 बजे बस एक मोड़ पर अचानक अनियंत्रित हो गई और लगभग 200 फीट गहरी खाई में जा गिरी।

हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन, पुलिस और बचाव दल मौके पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। स्थानीय ग्रामीणों ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य में सहयोग किया।

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तीन जवानों की मौके पर ही मौत, बाकी अस्पताल में भर्ती

इस दर्दनाक हादसे में तीन जवानों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 15 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। सभी घायलों को तत्काल उधमपुर के जिला अस्पताल और सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। कई जवानों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जताया दुख, डीसी से की बात

इस दुर्घटना पर केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा,

“उधमपुर में कंदवा-बसंतगढ़ क्षेत्र में सीआरपीएफ का एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। इस हादसे में कुछ जवानों के बलिदान की खबर सुनकर व्यथित हूं। मैंने अभी-अभी उधमपुर की डीसी सलोनी राय से बात की है, जो व्यक्तिगत रूप से राहत कार्यों पर नजर रख रही हैं।”

उन्होंने यह भी बताया कि प्रशासन ने तत्काल राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं और स्थानीय लोग भी मदद के लिए आगे आए हैं।

स्थानीय लोग भी बचाव में जुटे, सेना की भी ली गई मदद

घटना की गंभीरता को देखते हुए सेना से भी मदद ली गई है। हेलीकॉप्टर के माध्यम से गंभीर रूप से घायल जवानों को उधमपुर और जम्मू के बड़े अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया है। प्रशासन ने बताया कि दुर्घटनास्थल दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में है, जिससे राहत कार्यों में कुछ कठिनाइयाँ आ रही हैं, लेकिन हरसंभव प्रयास किया जा रहा है।

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हादसे का कारण बना संकरा और खतरनाक रास्ता?

स्थानीय सूत्रों का मानना है कि बस दुर्घटनाग्रस्त होने का कारण संकरी और खतरनाक पहाड़ी सड़क हो सकता है। इस मार्ग पर सुरक्षा बलों की नियमित आवाजाही होती है, लेकिन खराब सड़क और पर्याप्त सुरक्षा उपायों की कमी आए दिन हादसों का कारण बनते हैं।

प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं और परिवहन विभाग को भी जांच में शामिल किया गया है कि बस की तकनीकी स्थिति क्या थी, और क्या चालक की कोई लापरवाही हादसे के पीछे रही।

पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी क्षेत्रों में इस प्रकार की सड़क दुर्घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं। कई बार खस्ताहाल सड़कों, ओवरलोडिंग, खराब मौसम और ड्राइवरों की लापरवाही से ऐसे हादसे होते हैं, जिनमें सुरक्षा बलों और आम नागरिकों की जानें जाती हैं। सरकार को बार-बार इस ओर ध्यान दिलाया गया है कि इन संवेदनशील क्षेत्रों में सड़क सुधार और सुरक्षित यात्रा की पुख्ता व्यवस्था की जाए।

सरकार से मुआवजे और जांच की मांग

हादसे की खबर के बाद सुरक्षा बलों में शोक की लहर है। जवानों के परिजन भी इस दुर्घटना से स्तब्ध हैं। विभिन्न सुरक्षा संगठनों और पूर्व सैनिक संघों ने केंद्र सरकार से शहीद जवानों के परिवारों को शीघ्र मुआवजा और घायलों को समुचित इलाज की मांग की है।

इसके साथ ही यह भी मांग उठी है कि इन दुर्गम क्षेत्रों में सेना और अर्द्धसैनिक बलों की आवाजाही के लिए बेहतर सड़क और सुरक्षा मानकों की समीक्षा की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।



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