August 2, 2025 9:07 AM

कोरोना फिर सताने लगा: देश में एक्टिव केस 3200 पार, मैसूर में बुजुर्ग की मौत, केरल-महाराष्ट्र बने हॉटस्पॉट

  • कोविड-19 संक्रमण की रफ्तार धीरे-धीरे तेज़ होती दिख रही
  • देशभर में कोरोना के एक्टिव केस 3207 तक पहुंच चुके

नई दिल्ली/मैसूर। देश में एक बार फिर कोविड-19 संक्रमण की रफ्तार धीरे-धीरे तेज़ होती दिख रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, देशभर में कोरोना के एक्टिव केस 3207 तक पहुंच चुके हैं, जिनमें से लगभग 60% मामले केवल केरल और महाराष्ट्र में दर्ज किए गए हैं।

केरल और महाराष्ट्र फिर बने संक्रमण के केंद्र

केरल में 1147 सक्रिय मामले हैं, जबकि महाराष्ट्र में यह संख्या 681 तक जा पहुंची है। शुक्रवार को महाराष्ट्र में 84 नए केस सामने आए। इन दोनों राज्यों की संयुक्त संख्या ही देश के कुल सक्रिय मामलों का दो-तिहाई हिस्सा बनती है।

मैसूर में बुजुर्ग की मौत, अब तक 20 जानें गईं

कर्नाटक के मैसूर जिले में 63 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हुई है, जिससे राज्य में कुल मौतों की संख्या 3 और पूरे देश में 20 हो गई है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 6 मौतें, जबकि केरल, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में भी मरीजों की जान जा चुकी है। दिल्ली, गुजरात, पंजाब और तमिलनाडु में भी हाल में एक-एक मौत की पुष्टि हुई है।

नवजात भी संक्रमित, मां पहले हो चुकी थी पॉजिटिव

गुजरात के अहमदाबाद में एक दिन के नवजात शिशु की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बच्चे को ICU में रखा गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि कुछ दिन पहले उसकी मां भी संक्रमित पाई गई थी, हालांकि अब वह निगेटिव हो चुकी हैं।

पूर्वोत्तर में भी दस्तक: मिजोरम में 7 महीने बाद कोरोना के नए केस

मिजोरम में सात महीने बाद कोविड के 2 नए मामले सामने आए हैं। राज्य में आखिरी बार अक्टूबर 2024 में संक्रमण के केस दर्ज किए गए थे। दोनों मरीजों का इलाज आइजोल के पास जोरम मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से भयभीत न होने और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है।

महाराष्ट्र में टेस्टिंग तेज़, जम्मू-कश्मीर में केरल से संक्रमण की आशंका

महाराष्ट्र में जनवरी 2025 से अब तक 9592 कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं। वहीं जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में दो केरल निवासी छात्रों में कोविड संक्रमण की पुष्टि हुई है, जो डेंटल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे।

स्वास्थ्य विभाग की चेतावनी: लापरवाही न करें, मास्क-सैनिटाइजर फिर जरूरी

विशेषज्ञों का मानना है कि संक्रमण की रफ्तार अभी धीमी जरूर है, लेकिन इसे नज़रअंदाज़ करना खतरनाक हो सकता है। इंटीग्रेटेड रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) ने देशभर में लोगों से अपील की है कि वे हाथ धोना, मास्क पहनना और भीड़भाड़ से बचना फिर से अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।

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