- दिल्ली की 22 वर्षीय युवती और तमिलनाडु के 25 वर्षीय युवक की मौत शामिल है
- एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 3976 तक पहुंच चुकी
नई दिल्ली। देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण तेजी से पैर पसारता दिख रहा है। बीते 24 घंटों में कोरोना से 5 मौतें हुई हैं, जिनमें दिल्ली की 22 वर्षीय युवती और तमिलनाडु के 25 वर्षीय युवक की मौत शामिल है। कुल एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 3976 तक पहुंच चुकी है, जो महज दस दिन पहले की तुलना में 15 गुना अधिक है।
केरल और महाराष्ट्र सबसे ज्यादा प्रभावित
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार केरल में सबसे अधिक 1435 सक्रिय मामले हैं, जबकि महाराष्ट्र 506 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है। अहमदाबाद में सोमवार को 47 वर्षीय महिला की मौत हो गई है। इससे देश में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 33 हो गई है।
कर्नाटक ने जारी की एडवाइजरी
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच कर्नाटक सरकार ने लोगों को सतर्क करते हुए सार्वजनिक सलाह जारी की है। इसमें कहा गया है कि भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें, शारीरिक दूरी बनाए रखें और हाथों की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें। बुखार, खांसी, सीने में दर्द या सांस लेने में तकलीफ होने पर तुरंत कोविड टेस्ट कराने की सलाह दी गई है। राज्य में फिलहाल 238 सक्रिय केस हैं।
मिजोरम में 7 महीने बाद संक्रमण की वापसी
मिजोरम में भी सात महीने बाद कोरोना संक्रमण की वापसी हुई है। शुक्रवार को दो नए मरीज सामने आए हैं। आखिरी बार अक्टूबर 2024 में राज्य में कोविड का मामला सामने आया था। दोनों मरीजों का इलाज आइजोल के पास जोरम मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के IDSP (इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम) ने घबराने की बजाय प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है।
मुंबई में जनवरी से अब तक 411 केस
महाराष्ट्र सरकार के मुताबिक शनिवार को राज्य में कोविड के 68 नए केस सामने आए। वहीं, जनवरी 2025 से अब तक 10,324 कोविड टेस्ट किए गए, जिनमें 681 संक्रमित पाए गए हैं। अकेले मुंबई में इस साल अब तक 411 मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
जम्मू-कश्मीर में भी संक्रमण की एंट्री
जम्मू-कश्मीर में गुरुवार को कोविड के दो मामले सामने आए हैं। दोनों मरीज केरल के रहने वाले हैं और श्रीनगर के गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं। कोरोना के मामलों में यह अचानक तेजी स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए एक बार फिर चिंता का कारण बन रही है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि घबराने की जगह सतर्क रहने और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की जरूरत है।