- 20 दिनों में एक्टिव केसों की संख्या 93 से बढ़कर 5364 हो गई है, यानी संक्रमण में 58 गुना की वृद्धि दर्ज की गई
- स्वास्थ्य मंत्रालय और राज्यों की रिपोर्ट के अनुसार, 29 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में संक्रमण फैल चुका है
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस एक बार फिर चिंता का विषय बन गया है। बीते 20 दिनों में एक्टिव केसों की संख्या 93 से बढ़कर 5364 हो गई है, यानी संक्रमण में 58 गुना की वृद्धि दर्ज की गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय और राज्यों की रिपोर्ट के अनुसार, 29 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में संक्रमण फैल चुका है। हालात को देखते हुए केंद्र सरकार ने देशभर में मॉक ड्रिल के जरिए तैयारियों की समीक्षा शुरू कर दी है।
24 घंटे में 500 नए केस, 15 दिन में 53 मौतें
बीते 24 घंटे में 500 नए केस सामने आए हैं। जबकि जनवरी से अब तक 55 मौतें कोरोना से दर्ज की गई हैं, जिनमें से 53 मौतें सिर्फ बीते 15 दिन में हुई हैं।
राज्यवार स्थिति इस प्रकार है:
- केरल: 1679 एक्टिव केस (देश में सर्वाधिक)
- गुजरात: 615 केस
- पश्चिम बंगाल: 596 केस
- दिल्ली: 592 केस
- महाराष्ट्र: 548 केस
गुरुवार को दिल्ली में दो मौतें, जिनमें एक पांच महीने का शिशु शामिल था। केरल, कर्नाटक और पंजाब में भी एक-एक मौत हुई, जबकि महाराष्ट्र में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है।
ओडिशा में स्कूलों में मास्क पहनना अनिवार्य
कोविड के बढ़ते मामलों के बीच ओडिशा सरकार ने स्कूलों के लिए फिर से कोविड गाइडलाइन लागू कर दी है। राज्य के शिक्षा मंत्री नित्यानंद गोंड ने बताया कि जिन बच्चों को सर्दी, खांसी या बुखार है, उनके लिए मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। गंभीर लक्षण होने पर बच्चों को घर पर आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई है। यह फैसला गर्मी की छुट्टियों के बाद स्कूल खुलने के साथ लागू किया गया है।
केंद्र सरकार ने शुरू की मॉक ड्रिल, अस्पतालों को किया अलर्ट
स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को देश के चुनिंदा अस्पतालों में मॉक ड्रिल आयोजित करवाई। इसका उद्देश्य संभावित कोरोना की चौथी लहर से निपटने की तैयारी जांचना है।
- मॉक ड्रिल में यह जांचा गया:
- ऑक्सीजन सप्लाई की उपलब्धता
- वेंटिलेटर और जरूरी दवाओं की स्थिति
- लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंक
- प्रेशर स्विंग एडजॉर्पशन प्लांट
और मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम जैसी सुविधाएं। इससे पहले 2 जून को भी एक प्राथमिक मॉक ड्रिल की गई थी, जिसमें हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर की रेटिंग तैयार की गई थी।
क्या यह कोरोना की चौथी लहर की शुरुआत है?
विशेषज्ञों के मुताबिक, इस अचानक बढ़े संक्रमण के पीछे नए सब-वैरिएंट्स की भूमिका हो सकती है। हालांकि अभी तक संक्रमण की गति उतनी तीव्र नहीं दिख रही है, जितनी पहले की लहरों में देखी गई थी, फिर भी केंद्र और राज्य सरकारें सतर्कता बरतने और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील कर रही हैं।
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