ऑपरेशन ब्लू स्टार पर पी. चिदंबरम के बयान से कांग्रेस नाराज, भाजपा ने कहा – ‘सच उजागर हो गया’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम के एक बयान ने पार्टी के भीतर हलचल मचा दी है। चिदंबरम ने कहा था कि ऑपरेशन ब्लू स्टार एक गलत कदम था, और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इस गलती की कीमत अपनी जान देकर चुकाई।
इस बयान के बाद कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने नाराजगी जताई है और पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस तरह के सार्वजनिक बयान पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाते हैं। वहीं, भाजपा ने भी इस मौके का लाभ उठाते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है।
कसौली साहित्य महोत्सव में दिया था विवादित बयान
पी. चिदंबरम ने यह टिप्पणी हिमाचल प्रदेश के कसौली में आयोजित एक साहित्यिक कार्यक्रम के दौरान की थी।
कार्यक्रम में वे वरिष्ठ पत्रकार और लेखिका हरिंदर बावेजा की पुस्तक ‘दे विल शूट यू मैडम: माय लाइफ थ्रू कनफ्लिक्ट’ पर चर्चा कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने कहा,
“ऑपरेशन ब्लू स्टार चरमपंथियों से निपटने का गलत तरीका था। चरमपंथियों को पकड़ने के और भी तरीके हो सकते थे, लेकिन जो किया गया, वह अनुचित था। इंदिरा गांधी को इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।”
उन्होंने आगे कहा कि यह गलती अकेले इंदिरा गांधी की नहीं थी, बल्कि यह सेना, खुफिया एजेंसियों, पुलिस और नागरिक सुरक्षा के सामूहिक निर्णय का परिणाम थी, इसलिए इसकी पूरी जिम्मेदारी केवल प्रधानमंत्री पर नहीं डाली जा सकती।
#WATCH | कसौली, सोलन, हिमाचल प्रदेश: पूर्व गृह मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा, "… यहां किसी भी सैन्य अधिकारी का अनादर नहीं है, लेकिन वह (ब्लू स्टार) स्वर्ण मंदिर को पुनः प्राप्त करने का गलत तरीका था। कुछ साल बाद, हमने सेना को बाहर रखकर स्वर्ण मंदिर को पुनः प्राप्त… pic.twitter.com/83oNE4I3XQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 12, 2025
कांग्रेस नेतृत्व की तीखी प्रतिक्रिया
पार्टी सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस नेतृत्व चिदंबरम के इस बयान से बेहद नाखुश है।
एक वरिष्ठ नेता ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि,
“जिन वरिष्ठ नेताओं को कांग्रेस ने सब कुछ दिया है, उन्हें ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर सार्वजनिक बयान देने से पहले सावधानी रखनी चाहिए। बार-बार ऐसे बयान पार्टी के लिए शर्मिंदगी का कारण बनते हैं।”
नेतृत्व का मानना है कि पार्टी पहले ही आंतरिक और बाहरी चुनौतियों से जूझ रही है, ऐसे में वरिष्ठ नेताओं द्वारा दिए गए विवादास्पद बयान कांग्रेस की एकजुटता को कमजोर करते हैं। सूत्रों के अनुसार, पार्टी में इस बात पर असंतोष है कि वरिष्ठ नेता बार-बार ऐसी गलती दोहरा रहे हैं।
भाजपा ने कांग्रेस पर बोला हमला
चिदंबरम के बयान के बाद भाजपा ने कांग्रेस को कटघरे में खड़ा कर दिया। भाजपा नेताओं ने कहा कि
“इतिहास में दर्ज होना चाहिए कि ऑपरेशन ब्लू स्टार कोई राष्ट्रीय जरूरत नहीं, बल्कि इंदिरा गांधी का राजनीतिक दुस्साहस था।”
भाजपा ने सवाल उठाया कि क्या अब कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम के खिलाफ कार्रवाई करेगी, जिन्होंने पार्टी की “झूठी कहानी” को उजागर कर दिया है।
भाजपा का कहना है कि कांग्रेस के भीतर अब भी ऐसे लोग हैं जो अपने नेताओं के फैसलों पर सवाल उठा रहे हैं, जिससे यह साबित होता है कि पार्टी खुद अपने अतीत से असहज है।
क्या था ऑपरेशन ब्लू स्टार?
ऑपरेशन ब्लू स्टार भारतीय इतिहास की सबसे संवेदनशील सैन्य कार्रवाइयों में से एक माना जाता है।
यह 1 जून से 10 जून 1984 के बीच अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में चलाया गया था, जहां जनरैल सिंह भिंडरांवाले और उसके सशस्त्र समर्थक डेरा जमाए हुए थे।
सरकार ने मंदिर परिसर से हथियारबंद आतंकियों को हटाने के लिए सेना को भेजा था।
इस अभियान में कई निर्दोष नागरिकों की भी मौत हुई, जिससे देशभर में व्यापक असंतोष फैला।
इसके कुछ महीनों बाद, 31 अक्तूबर 1984 को इंदिरा गांधी की उनके सिख बॉडीगार्ड्स ने हत्या कर दी, जो इस अभियान का प्रतिशोध मानी जाती है।
चिदंबरम का एक और खुलासा — 26/11 हमले के बाद भी कार्रवाई के पक्ष में थे
चिदंबरम ने इससे पहले एक पॉडकास्ट में यह भी खुलासा किया था कि 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के बाद वे व्यक्तिगत रूप से पाकिस्तान पर सैन्य कार्रवाई के पक्ष में थे।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने विदेश मंत्रालय की सलाह पर कूटनीतिक रास्ता अपनाया और युद्ध से बचा।
चिदंबरम के अनुसार, अमेरिका और कई अन्य देशों ने भारत से युद्ध न छेड़ने की अपील की थी।
उन्होंने बताया कि उस समय अमेरिकी विदेश मंत्री कोंडोलिज़ा राइस ने स्पष्ट रूप से कहा था कि भारत को जवाबी सैन्य कार्रवाई से बचना चाहिए।
पार्टी के भीतर बढ़ा तनाव, बयान पर बैठक की संभावना
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि शीर्ष नेतृत्व अब इस पूरे विवाद पर चर्चा करने के लिए आंतरिक बैठक बुला सकता है।
हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन पार्टी के कई नेताओं का मानना है कि चिदंबरम जैसे अनुभवी नेता को इतने संवेदनशील और ऐतिहासिक मुद्दे पर ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी।
पार्टी चाहती है कि इस तरह के बयान सार्वजनिक मंचों से देने के बजाय आंतरिक संवाद तक सीमित रहें, ताकि पार्टी की एकता और अनुशासन बना रहे।
राजनीतिक हलकों में बढ़ी हलचल
चिदंबरम का यह बयान न सिर्फ कांग्रेस, बल्कि पूरे राजनीतिक हलके में चर्चा का विषय बन गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह बयान सिख समुदाय और पंजाब की राजनीति पर भी असर डाल सकता है, क्योंकि ऑपरेशन ब्लू स्टार अब भी वहां एक भावनात्मक मुद्दा है।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, कांग्रेस इस विवाद से अपनी साख बचाने में जुट जाएगी, जबकि भाजपा इसे आगामी चुनावों में राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर सकती है।
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