कॉइन DCX क्रिप्टो हैकिंग: 380 करोड़ की चोरी से हिला देश, क्या आपका निवेश सुरक्षित है?
नई दिल्ली। भारत के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों में से एक कॉइन DCX हाल ही में एक बड़े साइबर हमले का शिकार हुआ है, जिसमें लगभग 380 करोड़ रुपये (44 मिलियन डॉलर) मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी चोरी हो गई। इस घटना ने पूरे देश में क्रिप्टो निवेश की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
क्या है कॉइन DCX क्रिप्टो हैकिंग की पूरी घटना?
19 जुलाई को सामने आई इस घटना में हैकर्स ने कॉइन DCX के एक ऑपरेशनल अकाउंट को टारगेट कर एक्सचेंज से बड़ी मात्रा में क्रिप्टो फंड चुरा लिए।

कैसे हुआ हमला?
- हैकर्स ने एक्सचेंज के एक पार्टनर प्लेटफ़ॉर्म से जुड़ा ऑपरेशनल वॉलेट हैक किया।
- चुराई गई क्रिप्टोकरेंसी को टॉरनेडो कैश जैसे मिक्सिंग टूल से छिपाया गया।
- उसके बाद सोलाना ब्लॉकचेन से एथेरियम नेटवर्क में फंड ट्रांसफर कर ट्रैकिंग को मुश्किल बना दिया गया।
- चोरी की गई राशि को कई वॉलेट्स में बांटा गया है, जिससे रिकवरी और भी कठिन हो गई है।
कॉइन DCX ने दावा किया है कि यूज़र्स के फंड सुरक्षित हैं और नुकसान की भरपाई वह अपनी ट्रेजरी से करेगी।
क्रिप्टो हैकिंग के जोखिम: क्यों चिंता में हैं निवेशक?
कॉइन DCX क्रिप्टो हैकिंग की यह घटना कोई पहली नहीं है। भारत और विश्वभर में ऐसे हमले लगातार सामने आते रहे हैं। इस घटना ने फिर यह साबित किया है कि:
- भारत में क्रिप्टोकरेंसी की साइबर सुरक्षा कमजोर है।
- निवेशक अक्सर नियमों की स्पष्टता के अभाव में भ्रमित रहते हैं।
- फिशिंग और स्कैम के खतरे बढ़ते जा रहे हैं।

भारत में क्रिप्टो निवेश के 5 बड़े जोखिम
- ✅ साइबर हमले और हैकिंग की घटनाएं
- 📉 कीमतों में अत्यधिक उतार-चढ़ाव
- 🛑 कानूनी स्थिति अभी भी अस्पष्ट
- 🧾 टैक्स और TDS का जटिल ढांचा
- 🔐 वॉलेट एक्सेस या पासवर्ड भूलने पर फंड गुम हो सकते हैं
निवेशक क्या करें? जानिए जरूरी सावधानियां
🔒 अपने क्रिप्टो फंड को कोल्ड वॉलेट्स में रखें।
🧠 केवल प्रामाणिक एक्सचेंज पर ही खाता खोलें।
📲 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन ज़रूर चालू करें।
📚 किसी स्कीम में निवेश से पहले पूरी जानकारी लें।
📉 अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करें।
भारत में क्रिप्टो का भविष्य और सरकार की नीति
भारत में क्रिप्टोकरेंसी अभी वैध या अवैध घोषित नहीं है। लेकिन सरकार इस दिशा में काम कर रही है।
🔹 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्टो पर RBI की रोक हटाई।
🔹 2022 में बजट में 30% टैक्स और 1% TDS लागू किया गया।
🔹 अब सरकार विनियमित नीति पर काम कर रही है, जिससे क्रिप्टो को कानूनी ढांचा मिल सके।
निष्कर्ष: कॉइन DCX क्रिप्टो हैकिंग से क्या सीखें?
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि क्रिप्टो निवेश से पहले पूरी सतर्कता बरतना आवश्यक है। जब तक भारत में मजबूत साइबर सुरक्षा और स्पष्ट नियम नहीं आते, तब तक निवेशक को हर कदम पर सावधानी रखनी चाहिए।
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