बालाघाट, मध्यप्रदेश। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बालाघाट के लांजी में नक्सल ऑपरेशन में शामिल 64 पुलिसकर्मियों को क्रम पूर्व पदोन्नति प्रदान करते हुए कहा कि नक्सलियों को या तो आत्मसमर्पण करना होगा या मारे जाने के लिए तैयार रहना होगा। यह संदेश नक्सल विरोधी अभियान को और सशक्त बनाने के लिए दिया गया है।

उन्होंने कहा कि 2026 तक देशभर से नक्सलवाद समाप्त करने का संकल्प प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में लिया गया है। मध्यप्रदेश सरकार इस मिशन में केंद्र के साथ मिलकर कार्य कर रही है। बालाघाट, जो कभी गंभीर नक्सल प्रभावित क्षेत्र था, अब स्थिति में सुधार के चलते केंद्र सरकार ने इसे दूसरी श्रेणी में रखा है।
डॉ. यादव ने बलिदान देने वाले 37 पुलिस वीरों को श्रद्धांजलि दी और 169 करोड़ रुपये की लागत से बने 93 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन भी किया। इसमें राज्य का 51वां आयुर्वेदिक कॉलेज भी शामिल है। मुख्यमंत्री ने बताया कि बालाघाट में भारत की पहली “पीएम जनमन योजना” की सड़क बन रही है।
पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने जानकारी दी कि हालिया मुठभेड़ में एक करोड़ रुपये के इनामी नक्सली मारे गए, जिनमें चार महिला नक्सली भी शामिल थीं। बालाघाट और डिंडोरी को अब गंभीर नक्सल श्रेणी से बाहर कर दिया गया है।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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