भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रामनवमी और नवरात्रि के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों सहित समस्त देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि “भगवान श्रीराम के जीवन की एक-एक घटना युगों-युगों से लोगों के दिलों में अंकित है। आज देश और दुनिया में रामनवमी का उल्लास छाया हुआ है, और यह हम सबका सौभाग्य है कि हम ऐसे युग में जन्मे हैं जब प्रभु श्रीराम की प्रेरणा जन-जन तक पहुँच रही है।”
चित्रकूट की रामकथा और विरासत का गौरव
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विशेष रूप से मध्यप्रदेश के चित्रकूट की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि भगवान राम ने 11 वर्ष से अधिक का समय चित्रकूट में बिताया था। वहां गोवर्धन कामतानाथ की परिक्रमा, भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े प्रमाण और अद्भुत धार्मिक अनुभव आज भी मौजूद हैं।
डॉ. यादव ने कहा, “हमने चित्रकूट में 21 लाख दीपों के साथ भव्य दीपावली मनाने की तैयारी की है, जिससे यह स्थान पूरे विश्व में एक आध्यात्मिक केंद्र के रूप में उभरे।”
धार्मिक स्थलों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का संकल्प
मुख्यमंत्री ने बताया कि मैहर माता के देव स्थान को लेकर भी राज्य सरकार ने अनेक महत्वपूर्ण कार्यक्रम लागू किए हैं। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश के धार्मिक स्थलों को शराब मुक्त किया गया है।
“हम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के ‘विरासत से विकास’ के संकल्प को आगे बढ़ा रहे हैं। धार्मिक नगरों की गरिमा को संरक्षित रखते हुए उन्हें आधुनिक सुविधाओं से जोड़ा जा रहा है,” मुख्यमंत्री ने कहा।
भूमिपूजन और लोकार्पण कार्यक्रमों की श्रृंखला
रामनवमी के इस शुभ दिन पर मुख्यमंत्री ने राज्य में कई विकास कार्यों के भूमिपूजन और लोकार्पण की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सरकार धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन स्थलों को केवल पूजा का केंद्र नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और आर्थिक उन्नति के केंद्र के रूप में विकसित कर रही है।
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