September 16, 2025 10:19 PM

भोपाल हाट में शुरू हुआ स्वदेशी मेला, मुख्यमंत्री बोले– दुनिया तक जाएगा मप्र का कपड़ा, लाखों को मिलेगा रोजगार

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भोपाल हाट में स्वदेशी मेले का शुभारंभ, पीएम मित्र पार्क से मप्र का कपड़ा पहुंचेगा दुनिया तक


मुख्यमंत्री मोहन यादव ने किया स्वदेशी मेले का शुभारंभ, बोले– पीएम मित्र पार्क से मप्र का कपड़ा जाएगा विश्वभर, तीन लाख लोगों को मिलेगा रोजगार


भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को भोपाल हाट में आयोजित स्वदेशी मेले का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह मेला आत्मनिर्भर गांव और आत्मनिर्भर भारत की झलक है। मुख्यमंत्री ने बताया कि बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी धार जिले में पीएम मित्र पार्क की नींव रखेंगे, जहां से मध्यप्रदेश में बना कपड़ा पूरी दुनिया तक जाएगा। इस परियोजना से प्रदेश के एक लाख लोगों को प्रत्यक्ष और दो लाख लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।


स्वदेशी अपनाने का आह्वान

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि पहले गांव और शहर आत्मनिर्भर थे, लेकिन अंग्रेजों ने भारतीय बुनकरों का शोषण कर कपड़ा उद्योग को पंगु बना दिया। उन्होंने कहा कि आज समय बदल चुका है और भारत अपनी क्षमता के बल पर फिर से आत्मनिर्भर हो रहा है। यही कारण है कि बड़े उद्योगपति हों या छोटे व्यापारी– सबको रोजगार और सम्मानजनक अवसर मिल रहे हैं।


तीन हजार से अधिक परिवारों को लाभ

स्वदेशी मेले में प्रदेश के 356 स्वसहायता समूहों के उत्पादों को बाजार मिलेगा। इसमें 1400 से अधिक बहनें शामिल हैं, जिनके माध्यम से 3,676 परिवारों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन सेवा पखवाड़े के रूप में मनाया जा रहा है और इसी अवसर पर बहनों के स्वास्थ्य परीक्षण और जागरूकता कार्यक्रम भी होंगे।


दशहरे पर शस्त्र पूजन की परंपरा

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि नवरात्र और दशहरा पर्व भारतीय संस्कृति के प्रतीक हैं। दशहरे पर रावण दहन के साथ-साथ भगवान राम के अस्त्र-शस्त्रों का पूजन भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बार विशेष अवसर है क्योंकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं। यह हमारी सनातन संस्कृति और राष्ट्र की विरासत को एकजुट करने का समय है।


किसानों को मिलेगा बड़ा सहारा

मुख्यमंत्री ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में पहले बड़ी कॉटन मिलें हुआ करती थीं, लेकिन कांग्रेस ने उनका उन्नयन नहीं किया और उन्हें बंद कर दिया। इस वजह से 6 लाख कपास उत्पादक किसान नुकसान झेलते रहे और अपनी फसल औने-पौने दाम पर बेचने को मजबूर हो गए।

उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार किसानों को नया अवसर दे रही है। किसान उत्पादक समूहों के माध्यम से कपास से कपड़ा बनाने तक की पूरी प्रक्रिया को सशक्त किया जाएगा। इससे किसान, बुनकर और व्यापारी सभी आत्मनिर्भर होंगे।


ऐतिहासिक अवसर

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का जीवन संघर्ष और समर्पण का उदाहरण है। गरीब परिवार से निकले प्रधानमंत्री आज भारत को दुनिया में गौरवान्वित कर रहे हैं। उनके जन्मदिन पर आयोजित यह सेवा पर्व समाज के कमजोर वर्गों, विशेषकर महिलाओं और किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प है।



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