August 1, 2025 8:13 AM

मुख्यमंत्री मोहन यादव का सारणी दौरा: स्व-सहायता समूह सम्मेलन में महिलाओं को दी नई उड़ान, 464.55 करोड़ की विकास परियोजनाएं भी शुरू

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सारणी में 464.55 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण कर महिला स्व-सहायता समूहों को दी नई उड़ान

भोपाल/सारणी।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज बैतूल जिले के सारणी में आयोजित स्व-सहायता समूह (SHG) सम्मेलन में भाग लेकर जिले की महिलाओं और ग्रामीण विकास को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। इस ऐतिहासिक मौके पर उन्होंने 464.55 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की जा रही विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण, आर्थिक स्वावलंबन, ग्रामीण बुनियादी ढांचे के विस्तार और पर्यावरणीय संरक्षण को समर्पित रहा।

बैतूल जिले के लिए ऐतिहासिक दिन

सारणी में आयोजित यह सम्मेलन सिर्फ एक सरकारी आयोजन नहीं बल्कि बैतूल जिले के समग्र विकास और जनभागीदारी का जीवंत उदाहरण बन गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय राज्य मंत्री और बैतूल सांसद दुर्गादास उईके ने की, वहीं प्रदेश शासन के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल भी मंच पर उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार अब नारी शक्ति को केवल ‘सहायता’ नहीं, ‘सशक्तिकरण’ का केंद्र बिंदु मानकर आगे बढ़ रही है। उन्होंने ग्रामीण विकास को प्राथमिकता देते हुए कहा कि सरकार की योजनाएं अब मूल्य आधारित विकास और स्थायी आत्मनिर्भरता पर आधारित होंगी।


लखपति दीदी अभियान: अब महिलाएं सिर्फ समूह नहीं, बदलाव की सूत्रधार

इस अवसर पर ‘लखपति दीदी अभियान’ के अंतर्गत बैतूल जिले में किए गए कार्यों को दर्शाती एक लघु वीडियो फिल्म भी प्रदर्शित की गई। इस फिल्म में बताया गया कि कैसे ग्रामीण महिलाएं अब परंपरागत सीमाओं को तोड़कर स्टार्टअप और उद्यमिता की राह पर चल रही हैं।

मुख्यमंत्री ने इस दौरान महिलाओं के स्टार्टअप्स में 8.5 करोड़ रुपये के निवेश हेतु ‘इंटेंट टू इन्वेस्ट’ लेटर सौंपे, जो इस बात का संकेत है कि अब महिला समूह केवल बचत और ऋण तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि बड़े स्तर पर व्यावसायिक भूमिका भी निभाएंगे।


जनहित योजनाओं का प्रत्यक्ष वितरण, सामाजिक सहभागिता का नया अध्याय

सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को सीधे हितलाभ वितरित किए। जिन योजनाओं के तहत लाभ दिए गए उनमें मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, कृषि यंत्र अनुदान, उज्ज्वला गैस कनेक्शन, आयुष्मान कार्ड वितरण जैसे कई कार्यक्रम शामिल रहे।

मुख्यमंत्री ने एक विशेष ‘विकास पुस्तिका’ का भी विमोचन किया, जिसमें जिले में चल रही और प्रस्तावित विकास परियोजनाओं का विस्तृत विवरण शामिल है।


पर्यावरणीय संदेश: जल-गंगा संवर्धन अभियान में पौधारोपण

कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा पर्यावरण संरक्षण को समर्पित रहा। मुख्यमंत्री ने जल-गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत पौधारोपण कर लोगों को यह संदेश दिया कि केवल आर्थिक और सामाजिक ही नहीं, प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा भी सरकार की प्राथमिकता में है।

उन्होंने कहा कि ग्रीन डेवलपमेंट अब सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि नीति और क्रिया की दिशा बन चुकी है।


464.55 करोड़ की परियोजनाएं: नए युग की शुरुआत

मुख्यमंत्री ने जिन परियोजनाओं का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया, उनमें सड़क, पेयजल, सिंचाई, स्वास्थ्य, शिक्षा और ऊर्जा से संबंधित विकास कार्य शामिल हैं। ये परियोजनाएं बैतूल जिले के दूरदराज के क्षेत्रों को भी विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का काम करेंगी। इससे न केवल स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि शहरी सुविधाएं गांवों तक पहुंचेंगी

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि विकास का उद्देश्य केवल निर्माण नहीं, बल्कि जनता की गुणवत्ता भरी जीवनशैली सुनिश्चित करना है।


एक सम्मेलन, अनेक संदेश

यह सम्मेलन सामाजिक सहभागिता, महिला उद्यमिता, पर्यावरण संरक्षण और स्थायी विकास का अद्भुत संगम रहा। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अंत में यह स्पष्ट किया कि सरकार की योजनाएं अब नीतियों से आगे बढ़कर ‘नतीजों’ की दिशा में कार्य करेंगी।

कार्यक्रम के समापन पर मुख्यमंत्री ने सभी सहभागी स्व-सहायता समूहों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि “अब मध्यप्रदेश की महिलाएं सिर्फ विकास की भागीदार नहीं, उसकी नेता बनेंगी।”


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