भोपाल: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने श्री 108 विद्यासागर जी महाराज की प्रथम समाधि स्मृति दिवस के अवसर पर आयोजित गुरु गुणानुवाद सभा में महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की पुण्य स्मृति में भोपाल में एक विशेष स्थल स्थापित किया जाएगा, जो उनकी आध्यात्मिक विरासत, त्याग, तपस्या और ज्ञान को समर्पित होगा। यह स्थल जनमानस को प्रेरणा देने के साथ-साथ उनके कार्यों और विचारों को सहेजेगा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मुनिश्री प्रमाण सागर जी महाराज के पाद प्रक्षालन भी किए और आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के जीवन पर आधारित पुस्तकों का विमोचन किया। उन्होंने कहा, “आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का पुण्य जीवन हम सभी को कर्तव्य पथ पर बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। उनका अलौकिक व्यक्तित्व हम सभी को सद्गुणों और आदर्शों की दिशा में प्रेषित करता है।”
आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की पुण्य स्मृति को नमन
आचार्य श्री की पुण्य स्मृति को नमन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आचार्य जी ने न केवल मानव सेवा, बल्कि प्रकृति सेवा को भी अपने आचार और विचारों में आत्मसात किया। उन्होंने अपने संदेशों से समाज को एक नई दिशा दी, और उनका जीवन हमें कर्तव्य, तप और ज्ञान के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि भोपाल में आचार्य श्री की स्मृति में एक स्थान का निर्माण किया जाएगा, जो उनके विचारों और सिद्धांतों को जनमानस तक पहुंचाने का कार्य करेगा।
सीएम ने स्टूडेंट्स के लिए की लैपटॉप की राशि की घोषणा
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में प्रदेश के छात्रों के लिए एक और महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि एमपी बोर्ड की 12वीं कक्षा में टॉप करने वाले छात्रों को एक दिन पहले स्कूटी वितरण कार्यक्रम में भाग लिया था, और अब जल्द ही बाकी छात्रों को लैपटॉप की राशि भी प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा, “मैंने एक बच्ची के साथ स्कूटी की सवारी की थी, यह अविस्मरणीय अनुभव था। अब हम अगले कदम के रूप में छात्रों को लैपटॉप की राशि देंगे।”
वन्यजीव संरक्षण में राज्य की नई उपलब्धियां
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में मध्यप्रदेश की नई उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि माधव टाइगर अभयारण्य जल्द ही राज्य का 9वां टाइगर रिज़र्व बनेगा, जिससे चंबल अंचल में वन्यजीवों की समृद्धि बढ़ेगी। इसके साथ ही, कूनो में हाल ही में 5 और चीते छोड़े गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह गर्व की बात है कि पहले छोड़े गए चीते न सिर्फ शिकार कर रहे हैं, बल्कि कुशलता से जंगल में विचरण कर रहे हैं। सीएम ने कहा कि प्रकृति और संतुलन की यह अनमोल झलक हमारे प्रदेश में दिख रही है, जो सभी के लिए खुशी और गौरव की बात है।