भोपाल। मध्यप्रदेश में बारिश का दौर थम गया है। अब दिन-रात के तापमान में गिरावट होने लगी है। शनिवार-रविवार की रात कई शहरों में पारा लुढ़का। वहीं, रविवार को दिन के तापमान में 6.2 डिग्री तक की गिरावट देखने को मिली। यह गिरावट धार में हुई, जहां तापमान 20 डिग्री दर्ज किया गया।
एमपी में नए साल के पहले दिन यानी, 1 जनवरी से कड़ाके की सर्दी का दौर फिर शुरू हो जाएगा। बर्फीली हवा की वजह से पूरा मप्र ठिठुरेगा। सबसे ज्यादा असर उज्जैन और ग्वालियर-चंबल में दिखाई देगा। इन इलाकों में 30 और 31 दिसंबर को कोहरा भी रहेगा।
कोहरा और ठंड का असर
कोहरा और ठंड जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर संभाग में भी देखने को मिलेगा। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और साइक्लोनिक सकुर्लेशन के एक्टिव होने से प्रदेश में 2 दिन तक तेज बारिश का दौर चला। कई जिलों में बारिश-आंधी चली और ओले भी गिरे। रविवार को मौसम खुला, लेकिन तापमान में गिरावट देखने को मिली। अगले 2 दिन ऐसा ही मौसम रहेगा, फिर ठंड का असर बढ़ जाएगा।
शनिवार-रविवार रात के तापमान में गिरावट
शनिवार-रविवार की रात में तापमान में गिरावट हुई। सबसे ठंडा नीमच का मरुखेड़ा रहा, जहां पारा 8.6 डिग्री दर्ज किया गया। नरसिंहपुर, नौगांव, पचमढ़ी में पारा 12 डिग्री से नीचे रहा।
राजगढ़, मंडला, टीकमगढ़, रतलाम, उमरिया, खंडवा और गुना में पारा 15 डिग्री से कम दर्ज किया गया। बड़े शहरों में भोपाल में 16.8 डिग्री, इंदौर में 15.4 डिग्री, ग्वालियर में 14.6 डिग्री, उज्जैन में 14.5 डिग्री और जबलपुर में 14.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
भोपाल में 58 साल का रिकॉर्ड तोड़ चुकी ठंड
भोपाल में दिसंबर में दिन-रात ठंड और बारिश का ट्रेंड रहा है। पिछले 5 सालों में से 4 साल भोपाल में दिसंबर में बारिश हुई है। हालांकि इस बार बारिश नहीं हुई, लेकिन लगातार सात दिन से शीतलहर और कोल्ड डे (ठंडा दिन) जैसी स्थिति बनी हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार, दिसंबर में ठंड की बात करें तो 11 दिसंबर 1966 की रात में पारा 3.1 डिग्री तक पहुंच गया था, जो अब तक का ओवरऑल रिकॉर्ड है। 2021 में पारा 3.4 डिग्री तक पहुंच चुका था, जबकि 15-16 दिसंबर 2023 की रात में पारा 3.3 डिग्री दर्ज किया गया। इस साल पारा पिछले 10 सालों में सबसे कम रहा है और ओवरऑल रिकॉर्ड के करीब भी पहुंच गया है।