देहरादून।
उत्तराखंड में रविवार देर रात मौसम ने अचानक करवट ली और देहरादून जिले के धर क्षेत्र में बादल फटने की घटना सामने आई। इससे सांग नदी उफान पर आ गई और देखते ही देखते नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिससे आसपास के इलाकों में अफरा-तफरी मच गई। घटना के समय कई पर्यटक नदी के पास मौजूद थे, जिन्हें स्थानीय प्रशासन और SDRF की टीमों ने तत्परता दिखाते हुए सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
पर्यटक थे खतरे में, प्रशासन ने समय रहते किया रेस्क्यू
रविवार को धर क्षेत्र में मौसम सामान्य था, लेकिन शाम के बाद अचानक भारी बारिश शुरू हुई और कुछ ही देर में बादल फटने की सूचना मिली। सांग नदी का बहाव इतना तेज़ हो गया कि आसपास के टूरिस्ट और स्थानीय लोग फंस गए। राहत की बात रही कि प्रशासन ने तेजी से एक्शन लिया और सभी फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया।
चारधाम यात्रा मार्ग भी प्रभावित
मौसम की इस विपरीत स्थिति का असर चारधाम यात्रा मार्ग पर भी देखने को मिला। ऋषिकेश के पास पहाड़ी से मलवा गिरने की वजह से मार्ग कुछ देर के लिए अवरुद्ध हो गया। प्रशासन ने जेसीबी और अन्य संसाधनों की मदद से मलबा हटाया और करीब दो घंटे बाद रास्ता फिर से यातायात के लिए खोल दिया गया। इस दौरान यात्रियों को कुछ समय तक रुकना पड़ा, लेकिन किसी तरह की जानमाल की हानि की सूचना नहीं है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 24 से 48 घंटों तक उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश, बिजली गिरने और भूस्खलन की संभावना जताई है। खासकर चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और टिहरी जिलों में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। चारधाम यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं से भी अनुरोध किया गया है कि वे मौसम अपडेट लेकर ही यात्रा पर आगे बढ़ें।
स्थानीय प्रशासन सतर्क
देहरादून जिला प्रशासन और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीमें राहत और निगरानी के काम में जुटी हुई हैं। सांग नदी किनारे बसे गांवों को अलर्ट पर रखा गया है और लगातार निगरानी की जा रही है।
स्वदेश ज्योति के द्वारा और भी दिलचस्प खबरें आपके लिए… सिर्फ़ स्वदेश ज्योति पर!