- चारधाम यात्रा मार्ग पर भारी मलबा आने से कुछ समय के लिए यातायात ठप हो गया
नई दिल्ली। देश के अलग-अलग हिस्सों में मौसम ने अचानक करवट ली है। उत्तराखंड के देहरादून में सोमवार सुबह बादल फटने की घटना के बाद सांग नदी में बाढ़ जैसे हालात बन गए। तेज बहाव में कई पर्यटक फंस गए थे, जिन्हें राहत दलों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इधर, ऋषिकेश के पास चारधाम यात्रा मार्ग पर भारी मलबा आने से कुछ समय के लिए यातायात ठप हो गया। मौसम विभाग (IMD) ने 7-8 मई तक देश के 26 राज्यों में तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी दी है। मध्य भारत और उत्तरी क्षेत्रों में मौसम की यह मार लगातार बनी रहने की आशंका है। मध्य प्रदेश में छतरपुर जिले में तेज तूफान से एक मोबाइल टावर गिर पड़ा, जबकि भोपाल, इंदौर, देवास, उज्जैन और खंडवा में बारिश के साथ ओले गिरे। उत्तर प्रदेश के करीब 10 जिलों में तेज बारिश के साथ ओले गिरे। जयपुर में बिजली गिरने से 5 साल की बच्ची की मौत हो गई, वहीं सीकर में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। राजस्थान के पश्चिमी हिस्से में ऑरेंज अलर्ट और पूर्वी हिस्से में यलो अलर्ट जारी किया गया है। उधर, बिहार और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में ओलावृष्टि की आशंका जताई गई है। दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में भी भारी बारिश का अनुमान है, हालांकि तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं होगी। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अचानक तेज हवा और बारिश से जनजीवन प्रभावित हो सकता है, खासकर किसानों को फसलों की सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है। मौसम की इस करवट ने जहां लोगों को गर्मी से कुछ राहत दी है, वहीं इससे यात्रा, खेती और जनजीवन पर असर पड़ रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से ऐसे असामान्य मौसम की घटनाएं अब सामान्य होती जा रही हैं, जिससे न सिर्फ तैयारी की ज़रूरत है, बल्कि नीति-निर्माण में भी बदलाव लाना होगा।