चित्रकूट के विकास के लिए 2800 करोड़ की योजना: मुख्यमंत्री मोहन यादव बोले — विरासत और सौंदर्य को सुरक्षित रखकर बनेगा धार्मिक पर्यटन केंद्र
संतों, प्रबुद्धजनों और आमजन के सुझावों से होगा चित्रकूट का विकास | अगले वर्ष अप्रैल तक पूरे होंगे निर्माण कार्य | मुख्यमंत्री ने पंचवटी घाट पर किया दीपदान, बच्चों संग मनाई दीपावली
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट का विकास केवल निर्माण कार्यों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसका लक्ष्य धार्मिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक संतुलन को सुरक्षित रखते हुए इसे आध्यात्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करना है। मुख्यमंत्री रविवार को चित्रकूट स्थित आरोग्यम परिसर में संतों, प्रबुद्धजनों और नागरिकों से संवाद के दौरान बोले। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चित्रकूट के विकास के लिए 2800 करोड़ रुपये की योजनाओं पर काम कर रही है, जिन्हें अगले वर्ष अप्रैल तक पूरा करने का लक्ष्य है।
🌿 विरासत और सौंदर्य की रक्षा के साथ होगा विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि चित्रकूट की सबसे बड़ी पहचान इसका प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिक विरासत है। यहां बड़े-बड़े निर्माण कार्यों की आवश्यकता नहीं, बल्कि ऐसे कार्य जरूरी हैं जो मंदाकिनी नदी को स्वच्छ और सदानीरा बनाए रखें तथा भगवान कामतानाथ के दर्शन और परिक्रमा मार्ग को सुगम बनाएं।
उन्होंने कहा —
“हम चाहते हैं कि भक्तों को भगवान के दर्शन में कोई कठिनाई न हो, प्रसाद और भोजन की व्यवस्था सहज उपलब्ध हो और हर यात्री चित्रकूट की पवित्रता का अनुभव कर सके।”
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि चित्रकूट को धार्मिक पर्यटन और ग्रामीण पर्यटन के नए केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार और आर्थिक अवसर मिलें।

🛕 संतों और जनता के सुझावों से बनेगा विकास का खाका
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि चित्रकूट के विकास कार्य संतों, प्रबुद्धजनों और आमजनता के सुझावों के आधार पर किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि 163 स्थानों पर स्थानीय लोगों ने स्वेच्छा से अपने भवन तोड़कर जमीन उपलब्ध कराई है, जो जनता की भागीदारी और आस्था का प्रमाण है।
उन्होंने कलेक्टर सतना को निर्देश दिए कि वे लगातार संतों और आमजन से सुझाव लेकर स्थायी विकास की योजना तैयार करें।
🚜 ग्रामीण पर्यटन और पशुपालन को मिलेगी गति
मुख्यमंत्री ने कहा कि होम-स्टे योजना को बढ़ावा देकर ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएंगे। साथ ही चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय और दीनदयाल शोध संस्थान को निर्देश दिया कि वे किसानों और युवाओं को पशुपालन और दुग्ध उत्पादन की आधुनिक तकनीकें सिखाएं ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत हो।

🪔 पंचवटी घाट पर दीपदान और संत सम्मान
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने चित्रकूट प्रवास के दौरान दीपावली मेला के अवसर पर मां मंदाकिनी के पंचवटी घाट पर दीपदान किया। उन्होंने प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की सनातन संस्कृति का पुनर्जागरण हो रहा है।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश की सरकारें मिलकर चित्रकूट को आध्यात्मिक और पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए लगातार काम कर रही हैं।
दीपदान कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने ‘दीवारी नृत्य’ प्रस्तुत कर रहे कलाकारों को प्रोत्साहित किया और बच्चों के साथ दीपावली की खुशियां साझा करते हुए उन्हें मिष्ठान और उपहार प्रदान किए।

📘 ‘रामचंद्र’ पुस्तिका का विमोचन
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद द्वारा प्रकाशित चित्रकथा ‘रामचंद्र — श्रीराम राजा सरकार’ का विमोचन किया। इस मौके पर डीआरआई के संगठन सचिव अभय महाजन ने चित्रकूट विकास के प्रयासों की जानकारी दी और कहा कि विकास कार्यों में परंपरा और आधुनिकता का संतुलन रखा जा रहा है।
🧭 चित्रकूट के लिए 5000 करोड़ की समग्र कार्ययोजना तैयार
मुख्यमंत्री ने बताया कि चित्रकूट के विकास के लिए 5000 करोड़ रुपये की विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है।
इस योजना में —
- नगर वन निर्माण,
- घाटों और सड़कों का विकास,
- परिक्रमा पथ का सौंदर्यीकरण,
- मंदाकिनी नदी की सफाई और पुनर्जीवन,
- मझगवां में औद्योगिक इकाइयों और शिक्षण संस्थानों की स्थापना जैसे प्रावधान शामिल हैं।
सांसद गणेश सिंह ने बताया कि दौरी सागर बांध के निर्माण में आ रही अड़चनों को दूर किया जा रहा है, ताकि मंदाकिनी नदी में निरंतर जल प्रवाह सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि चित्रकूट के लिए जो ब्लूप्रिंट तैयार किया गया है, उसके क्रियान्वयन से यह क्षेत्र भारत का एक प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थल बन जाएगा।
🕉️ आध्यात्मिकता और विकास का संगम
बैठक में नगरीय विकास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, विधायक हेमंत खडेलवाल, विधायक सुरेन्द्र सिंह गहरवार, प्रो. भरत मिश्रा, पद्मश्री डॉ. बी.के. जैन, रामनारायण त्रिपाठी, आयुक्त बी.एस. जामोद, आईजी गौरव राजपूत सहित बड़ी संख्या में प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने आरोग्य धाम में भारत रत्न राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की, और कहा कि चित्रकूट की आत्मा में सेवा, शिक्षा और संस्कार की भावना निहित है, जिसे और सशक्त करना ही इस विकास योजना का मूल उद्देश्य है।
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