भोपाल, 30 जनवरी 2025: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जापान यात्रा के दौरान कई अहम निवेशक वार्ताओं और आगामी अंतर्राष्ट्रीय वैश्विक सम्मेलन के लिए निमंत्रण जारी करने की योजना बनाई है। मुख्यमंत्री की यह यात्रा प्रदेश के औद्योगिक विकास को नई दिशा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। जापान की यात्रा के तीसरे दिन मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की और साथ ही प्रदेश के औद्योगिक भविष्य के लिए जापान के साथ साझेदारी को और अधिक मजबूती देने का इरादा जताया।
महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री ने जापान यात्रा के पहले दिन, महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर गांधी जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन भारतीयों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है। गांधी जी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अहिंसा और सत्य के मार्ग पर चलते हुए अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया और भारत को आज़ादी दिलाई। मुख्यमंत्री ने यह भी उद्धृत किया कि प्रसिद्ध वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने गांधी जी के बारे में कहा था, “भविष्य की पीढ़ियों के लिए यह विश्वास करना कठिन होगा कि ऐसा कोई व्यक्ति हड्डी-मांस से बना था और धरती पर कभी आया था।” मुख्यमंत्री ने गांधी जी के योगदान को याद करते हुए कहा कि बापू ने न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में भारतीयों का मान-सम्मान बढ़ाया।
जापान यात्रा के उद्देश्य और औद्योगिक निवेश
मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वह जापान में औद्योगिक निवेश और प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने के उद्देश्य से यात्रा पर हैं। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश के प्रति जापान और अन्य देशों में रुचि बढ़ रही है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत लगातार प्रगति की ओर बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा, “हर राज्य सरकार का दायित्व है कि वह अपने राज्य में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा दे, जिससे स्थानीय विकास और रोजगार सृजन हो सके।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जापान एक औद्योगिक दृष्टिकोण से समृद्ध देश है, और इस देश के लोग रिसर्च और विकास को बहुत महत्व देते हैं। इस यात्रा के दौरान, वह जापान के निवेशकों से व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा करेंगे। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि यह यात्रा जापान और मध्यप्रदेश के बीच औद्योगिक साझेदारी के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।
कुंभ मेला हादसे पर दुख व्यक्त
मुख्यमंत्री ने कुंभ मेला में हुए भगदड़ हादसे में लोगों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि इस दुखद घटना में मध्यप्रदेश के तीन लोगों की जान गई है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्माओं के लिए प्रार्थना की और कहा, “महाकाल उनकी आत्माओं को शांति दे।” उन्होंने हादसे में मारे गए मध्यप्रदेश के नागरिकों के परिजनों को मुख्यमंत्री स्वेच्छा अनुदान से 2-2 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की।
औद्योगिक निवेश पर महत्वपूर्ण बैठकों की योजना
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि जापान यात्रा के दौरान वह कोबे और ओसाका में प्रमुख औद्योगिक कंपनियों के उद्योगपतियों के साथ कई बैठकें करेंगे। इन बैठकों में स्वास्थ्य, ऊर्जा, मैन्युफैक्चरिंग और नवकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी।
- कोबे में हेल्थकेयर बैठक: मुख्यमंत्री कोबे स्थित हेल्थकेयर और डॉयग्नोस्टिक कंपनी “साइसमेक्स” के अधिकारियों से मुलाकात करेंगे, जहां मध्यप्रदेश में मेडिकल टेक्नोलॉजी और डॉयग्नोस्टिक उपकरणों के निर्माण के अवसरों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। मुख्यमंत्री कंपनी की उत्पादन इकाई का निरीक्षण भी करेंगे।
- ओसाका में पेनासोनिक के साथ बैठक: ओसाका में मुख्यमंत्री पेनासोनिक एनर्जी के अधिकारियों से मिलकर नवकरणीय ऊर्जा, बैट्री निर्माण और ई-मोबिलिटी क्षेत्र में निवेश के अवसरों पर चर्चा करेंगे।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य जापान के उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश के व्यापारिक अवसरों और औद्योगिक नीतियों के बारे में जानकारी देना है।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 का निमंत्रण
मुख्यमंत्री ने जापान में होने वाली अपनी यात्रा के दौरान जापानी उद्योगपतियों को भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (24-25 फरवरी, 2025) के लिए निमंत्रण भी दिया। इस सम्मेलन में निवेशकों को मध्यप्रदेश में व्यापार के अनुकूल नीतियों, बेहतर अधोसंरचना और उपलब्ध संसाधनों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यह भी सुनिश्चित किया कि जापान से संभावित निवेशकों के साथ मध्यप्रदेश के औद्योगिक और व्यापारिक संबंधों को और भी मजबूत किया जाएगा, जिससे राज्य में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और औद्योगिक विकास को एक नई दिशा मिलेगी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की जापान यात्रा न केवल मध्यप्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए एक ऐतिहासिक कदम साबित हो सकती है, बल्कि राज्य में निवेश को बढ़ावा देने और वैश्विक स्तर पर मध्यप्रदेश को एक आकर्षक निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित करने के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगी।