- कांग्रेस नेता और पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम के एक बयान ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया
नई दिल्ली। संसद में ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा से ठीक पहले कांग्रेस नेता और पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम के एक बयान ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। चिदंबरम ने हमले को लेकर पाकिस्तान की संलिप्तता पर सवाल उठाए, जिसके बाद भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी और कांग्रेस पर पाकिस्तान के बचाव का आरोप लगाया।
आतंकियों की पहचान पर चिदंबरम ने उठाए सवाल
एक इंटरव्यू में चिदंबरम ने कहा, “क्या यह पूरी तरह स्पष्ट है कि हमले में शामिल आतंकी पाकिस्तान से ही आए थे? क्या सरकार के पास इसके ठोस प्रमाण हैं? क्या एनआईए ने इसकी गहराई से जांच की है?” उन्होंने आगे कहा कि हमला घरेलू आतंकियों की साजिश भी हो सकती है। उनके इस बयान को भाजपा ने पाकिस्तान को बचाने की कोशिश करार दिया है।
ऑपरेशन सिंदूर में नुकसान छिपाने का भी आरोप
चिदंबरम ने यह भी कहा कि सरकार “ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुई क्षति को जनता से छिपा रही है।” उन्होंने ब्रिटेन का उदाहरण देते हुए कहा कि “वर्ल्ड वॉर के दौरान ब्रिटेन ने रोजाना अपने नुकसान बताए, भारत सरकार को भी पारदर्शिता रखनी चाहिए।”
पीएम मोदी की चुप्पी पर उठाया सवाल
चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि “प्रधानमंत्री रैलियों में भाषण दे सकते हैं, लेकिन संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर बोलने से परहेज क्यों कर रहे हैं?” साथ ही उन्होंने दावा किया कि “भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की थी, न कि भारत सरकार ने।”
भाजपा का तीखा पलटवार
भाजपा ने चिदंबरम के बयान को पाकिस्तान के पक्ष में खड़ा होना बताया। पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, “चिदंबरम वही नेता हैं जिन्होंने भगवा आतंक का झूठ गढ़ा था। अब वे फिर पाकिस्तान को क्लीन चिट देने में लगे हैं। कांग्रेस हमेशा भारत की सुरक्षा एजेंसियों और सशस्त्र बलों के पराक्रम पर सवाल उठाती रही है।”
कांग्रेस का हाथ पाकिस्तान के साथ: पूनावाला
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी चिदंबरम पर निशाना साधते हुए कहा, “चाहे मुंबई हमला हो, सर्जिकल स्ट्राइक या अब पहलगाम हमला—कांग्रेस हर बार पाकिस्तान के साथ खड़ी नजर आती है। यह राजनीति नहीं, राष्ट्रहित का मामला है, और संसद में हम इसे प्रमुखता से उठाएंगे।”
कांग्रेस में भी मतभेद के संकेत
जहां एक ओर भाजपा कांग्रेस को घेरने में जुटी है, वहीं कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने चिदंबरम का समर्थन करते हुए कहा, “असल दोष भाजपा का है, जिसने पाकिस्तान के साथ युद्धविराम किया और उसे बराबरी पर खड़ा कर दिया। आतंकवादी जिंदा हैं, क्या यह शर्मनाक नहीं?”
संसद में तीखी बहस की आशंका
यह विवाद ऐसे समय उठा है जब संसद में ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले पर 16 घंटे की बहस निर्धारित है। ऐसे में पक्ष-विपक्ष के बीच तीखी बहस और हंगामे की पूरी संभावना है। चिदंबरम के बयान ने न केवल राजनीतिक पारा चढ़ा दिया है, बल्कि सुरक्षा और पारदर्शिता जैसे मुद्दों को भी बहस के केंद्र में ला दिया है।