नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हालिया संबोधन में उत्तराखंड के पर्यटन और विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें कहीं। उन्होंने बताया कि अब चार धाम यात्रा के लिए हर साल 50 लाख से अधिक श्रद्धालु आते हैं, जो कि 2014 से पहले मात्र 18 लाख के आसपास थे। मोदी ने कहा कि उत्तराखंड को हर मौसम में पर्यटन के लिए उपयुक्त बनाने की दिशा में सरकार लगातार कार्य कर रही है।
उत्तराखंड में पर्यटन को मिलेगा नया आयाम
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उत्तराखंड को विकसित राज्य बनाने के लिए ‘डबल इंजन सरकार’ तेज गति से काम कर रही है। इस दिशा में उत्तराखंड में दो नए रोपवे प्रोजेक्ट को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिल चुकी है, जिससे धार्मिक और प्राकृतिक पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने बताया कि 1962 में चीन के हमले के बाद उत्तराखंड के जादुंग गांव और माणा गांव को खाली करा दिया गया था, लेकिन उसके बाद दशकों तक उन गांवों की कोई सुध नहीं ली गई। हमारी सरकार ने अब उन गांवों को फिर से बसाने का काम शुरू किया है। पहले सीमावर्ती गांवों को ‘अंतिम गांव’ कहा जाता था, लेकिन हमने उन्हें ‘प्रथम गांव’ का दर्जा दिया है।




विंटर टूरिज्म और डेस्टिनेशन वेडिंग को दिया बढ़ावा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब देश के अन्य हिस्सों में सर्दियों के दौरान घना कोहरा होता है और धूप नहीं निकलती, तब उत्तराखंड के पहाड़ों पर धूप का आनंद लिया जा सकता है। उन्होंने इसे गढ़वाली में ‘घाम तापो पर्यटन’ कहा। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे उत्तराखंड को विंटर टूरिज्म और डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए प्राथमिकता दें।
कंटेंट क्रिएटर्स के लिए बड़ा अवसर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि डिजिटल युग में कंटेंट क्रिएटर्स की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो गई है। उन्होंने सोशल मीडिया और डिजिटल माध्यमों से जुड़े लोगों से अनुरोध किया कि वे देवभूमि उत्तराखंड की सुंदरता, आध्यात्मिकता और संस्कृति को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने में योगदान दें।
सरकार का विजन: उत्तराखंड को पर्यटन हब बनाना
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य उत्तराखंड को एक प्रमुख पर्यटन हब बनाना है, जिससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी, बल्कि देश-विदेश के पर्यटकों को एक नया और अनोखा अनुभव भी मिलेगा।
चार धाम यात्रा के बढ़ते आंकड़े इस बात का संकेत हैं कि सरकार की योजनाएं और प्रयास सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। आने वाले वर्षों में उत्तराखंड को और अधिक आधुनिक सुविधाओं से लैस कर इसे पर्यटन और आध्यात्मिक यात्रा का प्रमुख केंद्र बनाया जाएगा।