हिन्दू पंचांग के अनुसार, चैत्र महीना साल का पहला महीना होता है, जिसे वैदिक नववर्ष का आरंभ भी माना जाता है। यह महीना आध्यात्मिक, धार्मिक और मौसमीय बदलावों से जुड़ा हुआ है। इस दौरान चैत्र नवरात्रि, राम नवमी, गणगौर और हनुमान जयंती जैसे प्रमुख त्योहार आते हैं।

चैत्र मास को प्राकृतिक संतुलन, नई ऊर्जा और शुभता का प्रतीक माना जाता है। इस समय मौसम बसंत से ग्रीष्म ऋतु में प्रवेश करता है, जिससे दिन बड़े और तापमान बढ़ने लगता है। धार्मिक रूप से भी यह महीना बेहद महत्वपूर्ण माना गया है क्योंकि इसमें देवी दुर्गा और भगवान राम की आराधना की जाती है।


🌿 चैत्र मास का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व

चैत्र मास हिन्दू धर्म में बेहद पवित्र माना जाता है। इसकी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार,
✔ इस महीने सत्ययुग और त्रेतायुग की शुरुआत हुई थी।
भगवान ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को की थी।
चैत्र नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है।
भगवान श्रीराम का जन्म भी चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को हुआ था, जिसे राम नवमी के रूप में मनाया जाता है।
✔ इसी माह में हनुमान जयंती भी आती है, जो भक्तों के लिए विशेष महत्व रखती है।


🌸 चैत्र नवरात्रि: शक्ति की आराधना का पर्व

चैत्र नवरात्रि को वसंत नवरात्रि भी कहा जाता है। यह नवरात्रि नववर्ष का प्रारंभिक पर्व होता है और पूरे नौ दिनों तक देवी दुर्गा की पूजा की जाती है।

🔹 नवरात्रि के नौ दिनों का महत्व:

दिनमाँ दुर्गा का स्वरूपमहत्व
पहला दिनमाँ शैलपुत्रीशुभ शुरुआत, शक्ति
दूसरा दिनमाँ ब्रह्मचारिणीतपस्या, संयम
तीसरा दिनमाँ चंद्रघंटासाहस, पराक्रम
चौथा दिनमाँ कूष्मांडासृजन, ऊर्जा
पांचवां दिनमाँ स्कंदमातामातृत्व, प्रेम
छठा दिनमाँ कात्यायनीयुद्ध, नारी शक्ति
सातवां दिनमाँ कालरात्रिसंकटों का नाश
आठवां दिनमाँ महागौरीशांति, उज्ज्वलता
नौवां दिनमाँ सिद्धिदात्रीसिद्धि, पूर्णता

नवरात्रि के दौरान कलश स्थापना, अखंड ज्योति, कन्या पूजन और हवन का विशेष महत्व होता है।


🌞 राम नवमी: भगवान राम का जन्मोत्सव

राम नवमी को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह दिन अयोध्या में विशेष रूप से धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भक्त उपवास रखते हैं, रामचरितमानस का पाठ करते हैं और श्रीराम की पूजा-अर्चना करते हैं।

🔹 राम नवमी की खास परंपराएं:

राम कथा और रामचरितमानस का पाठ
भगवान राम की झांकी और शोभायात्रा
राम मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना
अयोध्या में सरयू नदी में स्नान और भजन-कीर्तन


🌼 चैत्र मास के अन्य महत्वपूर्ण त्योहार

गणगौर पर्व: यह राजस्थान और मध्य प्रदेश में विशेष रूप से मनाया जाता है। इसमें महिलाएं शिव-पार्वती की पूजा कर अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं।
हनुमान जयंती: चैत्र पूर्णिमा के दिन भगवान हनुमान का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ और भंडारे का आयोजन किया जाता है।
चैती छठ: उत्तर भारत, विशेषकर बिहार और उत्तर प्रदेश में मनाया जाने वाला सूर्य उपासना पर्व।


🍏 चैत्र महीने में खानपान और सेहत

चैत्र मास में शरीर को गर्मी से बचाने के लिए हल्का और पौष्टिक भोजन करना चाहिए।

🔹 क्या खाना चाहिए?
नींबू पानी, बेल का शरबत, ठंडाई
संतुलित और हल्का आहार, हरी सब्जियां, फल
नारियल पानी और छाछ
सत्तू और खिचड़ी जैसे आसानी से पचने वाले भोजन

🔹 क्या नहीं खाना चाहिए?
❌ तला-भुना और मसालेदार भोजन
❌ कोल्ड ड्रिंक्स और कैफीन युक्त पेय
❌ ज्यादा मीठा और भारी भोजन

चैत्र मास सिर्फ हिन्दू नववर्ष की शुरुआत ही नहीं, बल्कि धार्मिक, आध्यात्मिक और मौसमीय परिवर्तन का महीना भी है। इस दौरान चैत्र नवरात्रि, राम नवमी और अन्य त्योहारों के जरिए लोग धर्म, साधना और उपवास का पालन करते हैं।

इस महीने में सही खान-पान, व्रत, पूजा-पाठ और संयम से न केवल आत्मिक शांति मिलती है, बल्कि शरीर भी स्वस्थ रहता है। आप भी इस पवित्र महीने का सही लाभ उठाएं और ईश्वर की भक्ति और अच्छे कार्यों से नववर्ष की शानदार शुरुआत करें! 🙏✨

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