परीक्षा का तनाव कम करने केंद्रीय शिक्षा विभाग की पहल
नई दिल्ली। शैक्षणिक सत्र 2025-26 से सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत विद्यार्थियों को परीक्षाओं के तनाव से दूर करने के उद्देश्य से सीबीएसई ने परीक्षा पैटर्न में यह बड़ा बदलाव करने का फैसला किया है। इसके तहत छात्रों को अपनी परीक्षा बेहतर ढंग से तैयार करने और तनाव मुक्त माहौल में परीक्षा देने का अवसर मिलेगा।
सीबीएसई का नया परीक्षा पैटर्न
सीबीएसई बोर्ड का नया सत्र अप्रैल 2025 में शुरू होगा और इसके आसपास ही साल में दो बार 10वीं और 12वीं परीक्षा आयोजित करने को लेकर बोर्ड की ओर से अधिसूचना जारी की जाएगी। इस नई योजना के तहत बोर्ड द्वारा परीक्षा को दो भागों में विभाजित किया जाएगा, जिससे छात्रों को किसी एक परीक्षा में असफल होने की स्थिति में दूसरी परीक्षा का अवसर मिलेगा।
इस योजना को अंतिम रूप देने के लिए अभिभावकों, शिक्षकों, छात्रों और शिक्षाविदों से सुझाव लिए जाएंगे। इस मसौदे को 24 फरवरी तक सार्वजनिक किया जाएगा, ताकि इस पर प्राप्त सुझावों के आधार पर आगे की रूपरेखा तैयार की जा सके।
तनाव मुक्त शिक्षण वातावरण बनाने की पहल
सीबीएसई के एक अधिकारी के अनुसार, छात्रों के लिए तनाव मुक्त शिक्षण वातावरण तैयार करने की यह पहल लंबे समय से विचाराधीन थी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को सोमवार को सीबीएसई ने इस योजना का विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “छात्रों के लिए तनाव मुक्त शिक्षण वातावरण बनाना सरकार का एक महत्वपूर्ण फोकस रहा है। परीक्षा सुधार इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
परीक्षा का तनाव कम करने में मिलेगी मदद
सीबीएसई परीक्षा प्रणाली में यह बदलाव छात्रों को मानसिक तनाव से मुक्त करने में मदद करेगा। इसके तहत विद्यार्थियों को अपनी परीक्षा की तैयारी के लिए अधिक समय मिलेगा और उन्हें यह डर नहीं रहेगा कि यदि वे एक बार में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए तो उनके पास दूसरा मौका भी रहेगा।
इस पहल को आगे बढ़ाते हुए स्कूल शिक्षा सचिव, सीबीएसई अध्यक्ष और शिक्षा मंत्रालय के अन्य अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की गई। इन विचार-विमर्शों के आधार पर मसौदा योजना तैयार की जाएगी और जल्द ही इसे सार्वजनिक परामर्श के लिए रखा जाएगा।
यह परीक्षा प्रणाली में सुधार के साथ-साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रमुख प्रावधानों के कार्यान्वयन की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल छात्रों के बीच परीक्षा संबंधी तनाव कम होगा, बल्कि उन्हें अपने कौशल और ज्ञान का अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग करने का अवसर भी मिलेगा।
सीबीएसई का यह नया कदम भारत की शिक्षा प्रणाली में एक बड़ा सुधार है, जो छात्रों को एक लचीला और तनाव मुक्त शैक्षणिक माहौल प्रदान करेगा। इससे छात्रों को परीक्षा के दबाव से राहत मिलेगी और वे अपनी पढ़ाई पर अधिक ध्यान केंद्रित कर पाएंगे। इस योजना के क्रियान्वयन से शिक्षा प्रणाली में एक नई दिशा स्थापित होगी, जो भविष्य में छात्रों के समग्र विकास को बढ़ावा देगी।