- 650 कंटेनरों से लदा जहाज अब भी जल रहा, तटरक्षक बल और नौसेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
तिरुवनंतपुरम। अरब सागर में आग की लपटों से घिरे सिंगापुर के झंडे वाले कार्गो जहाज एमवी वान हाइ 503 को अंततः केरल तट से सुरक्षित दूरी पर ले जाने में सफलता मिली है। बीते कई दिनों से जल रहे इस जहाज में लगी आग अब तक पूरी तरह बुझाई नहीं जा सकी है। भारतीय तटरक्षक बल, नौसेना और समुद्री एजेंसियां संयुक्त रूप से अग्निशमन और राहत कार्य में जुटी हैं। जहाज में हुए विस्फोट के बाद यह आपदा पैदा हुई, जबकि यह श्रीलंका के कोलंबो से मुंबई की ओर जा रहा था।
अब तक 40% आग पर काबू, लेकिन खतरा बरकरार
डायरेक्टर जनरल ऑफ शिपिंग के मुताबिक, जहाज अब भी समुद्र में तैर रहा है और धीरे-धीरे दक्षिण-पूर्व दिशा में बढ़ रहा है। आग बुझाने में अभी तक सिर्फ 40% सफलता मिली है। तटरक्षक बल के जहाज ‘समुद्र प्रहरी’ और ‘समर्थ’ घटनास्थल पर तैनात हैं, जो जहाज को ठंडा रखने और आग को फैलने से रोकने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। भारतीय नौसेना के एयरक्राफ्ट द्वारा जहाज पर सूखा रसायन (ड्राई केमिकल) गिराया जा रहा है, ताकि जहाज में भड़की आग को नियंत्रित किया जा सके। तटरक्षक बल के विशेष डाइवर्स और रेस्क्यू विशेषज्ञ जहाज पर चढ़ने में सफल हुए हैं, जो अब हालात की निगरानी कर रहे हैं।
आग ईंधन टैंक तक पहुंचने की आशंका, कंटेनरों में खतरनाक रसायन!
बचाव दल को आशंका है कि आग अब जहाज के ईंधन टैंक तक पहुंच सकती है, जिससे विस्फोट जैसी स्थिति बन सकती है। जहाज पर लदे करीब 650 कंटेनरों में से कई समुद्र में गिर चुके हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि जहाज पर लदे कुछ कंटेनरों में कोई ज्वलनशील रसायन मौजूद हो सकता है, जो आग को और भड़का रहा है।
22 क्रू मेंबर्स में से 18 सुरक्षित, 4 लापता
जहाज पर कुल 22 क्रू मेंबर्स सवार थे, जिनमें 14 चीनी और 6 ताइवानी नागरिक शामिल हैं। इनमें से 18 लोगों को सफलतापूर्वक बचा लिया गया है, लेकिन 4 अब भी लापता हैं। लापता लोगों की तलाश के लिए समुद्र में सघन खोज अभियान चलाया जा रहा है।
पर्यावरणीय खतरा भी बना हुआ है
इस जहाज से रिसने वाले रसायनों और जले हुए कंटेनरों के समुद्र में गिरने से पर्यावरणीय संकट की आशंका भी गहराई है। हालांकि अभी तक किसी बड़े तेल रिसाव की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन समुद्री इकोसिस्टम पर प्रभाव की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
रक्षा मंत्रालय और समुद्री एजेंसियों की चौकसी
रक्षा मंत्रालय, भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। यदि आग पर जल्द काबू नहीं पाया गया, तो यह अरब सागर में एक बड़े समुद्री आपदा का रूप ले सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे हादसों से निपटने के लिए भारत को सुसज्जित आपात तंत्र विकसित करने की आवश्यकता है।