भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय कुमार मल्होत्रा का निधन, पांच बार सांसद और दो बार विधायक रहे

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और दिल्ली की राजनीति में संगठन की मजबूत नींव रखने वाले प्रोफेसर विजय कुमार मल्होत्रा का मंगलवार सुबह निधन हो गया। 94 वर्ष की आयु में उन्होंने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली में अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से राजनीतिक गलियारों और भाजपा कार्यकर्ताओं में गहरा शोक व्याप्त है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समेत अनेक दिग्गज नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान को याद किया।

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राजनीतिक जीवन और उपलब्धियां

प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा भाजपा के उन नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने जनसंघ काल से लेकर भाजपा के गठन और विस्तार तक संगठन की हर ईंट रखी।

  • वे दिल्ली से पांच बार सांसद और दो बार विधायक रहे।
  • वर्ष 2004 के आम चुनाव में वे दिल्ली में भाजपा के एकमात्र उम्मीदवार थे जिन्होंने अपनी सीट जीतकर पार्टी का मान बढ़ाया।
  • वे भाजपा दिल्ली इकाई के पहले अध्यक्ष और दिल्ली नगर निगम के पहले महानगर पार्षद भी रहे।

उनका राजनीतिक जीवन बेदाग और स्वच्छ छवि का उदाहरण रहा। वे जन मुद्दों की गहरी समझ और संसदीय मामलों में अपनी दृढ़ता के लिए हमेशा याद किए जाएंगे।


शिक्षा, साहित्य और सामाजिक योगदान

राजनीति के साथ-साथ प्रो. मल्होत्रा शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में भी सक्रिय रहे। उन्होंने हिंदी साहित्य में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की थी। उनका झुकाव सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों की ओर भी गहरा था।

  • दिल्ली में शतरंज और तीरंदाजी क्लबों के प्रशासन में उनकी सक्रिय भूमिका रही।
  • राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से निकलकर उन्होंने राजनीति में कदम रखा और जनसंघ काल से ही दिल्ली में संघ की विचारधारा के प्रसार में अहम भूमिका निभाई।

श्रद्धांजलि सभा और अंतिम संस्कार की तैयारियां

मंगलवार सुबह उनका पार्थिव शरीर एम्स से 21, गुरुद्वारा रकाबगंज रोड स्थित आवास लाया गया। यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, मंत्रियों, सांसदों और कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने जानकारी दी कि बुधवार दोपहर 12:00 से 2:00 बजे तक उनका पार्थिव शरीर दिल्ली प्रदेश भाजपा कार्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद 3:00 बजे से अंतिम यात्रा निकलेगी और उनका अंतिम संस्कार लोधी रोड श्मशान घाट पर किया जाएगा।


नेताओं की प्रतिक्रियाएं

  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स पर लिखा: “विजय कुमार मल्होत्रा जी एक उत्कृष्ट नेता थे, जिन्हें जन मुद्दों की गहरी समझ थी। उन्होंने दिल्ली में हमारी पार्टी को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई। उन्हें संसदीय मामलों में उनके हस्तक्षेप के लिए भी याद किया जाएगा। उनके निधन से दुख हुआ। परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ॐ शांति।”
  • दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा: “प्रो. मल्होत्रा हमारे वरिष्ठ नेता, दिल्ली भाजपा के पहले अध्यक्ष और पहले महानगर पार्षद रहे। दिल्ली की हर नींव की ईंट उनके द्वारा रखी गई। उनका योगदान अविस्मरणीय है।”
  • शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने उन्हें भाजपा परिवार का आधारस्तंभ बताते हुए कहा कि “उनका जाना एक युग का अंत है।”
  • पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा: “मल्होत्रा जनसंघ, भाजपा और अभाविप जैसे संगठनों के संस्थापक सदस्य थे। उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।”
  • दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा: “यह अपूरणीय क्षति है। भारतीय जनसंघ से लेकर भाजपा तक संगठन की मजबूत नींव उन्होंने रखी। हम जैसे अनेक कार्यकर्ताओं के लिए वे हमेशा प्रेरणा स्रोत रहे।”
  • सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा: “प्रो. मल्होत्रा भाजपा के ऐसे स्तंभ थे जिन्होंने पार्टी का लालन-पालन किया। उनका निधन ऐसी क्षति है जिसे समय भी पूरा नहीं कर पाएगा।”
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जीवन परिचय

प्रो. मल्होत्रा का जन्म 3 दिसंबर, 1931 को वर्तमान पाकिस्तान के लाहौर में हुआ था। विभाजन के बाद वे भारत आए और शिक्षा व राजनीति में सक्रिय हो गए। उन्होंने दिल्ली की राजनीति में आरएसएस और जनसंघ की विचारधारा को स्थापित करने के लिए उल्लेखनीय कार्य किया।


निष्कर्ष के स्थान पर

विजय कुमार मल्होत्रा का जीवन राजनीतिक स्वच्छता, संगठन की मजबूती और जनसेवा का प्रतीक रहा। उनकी बेदाग छवि और समर्पण ने उन्हें भाजपा के स्तंभ के रूप में स्थापित किया। उनके निधन से भारतीय राजनीति में एक युग का अंत माना जा रहा है। दिल्ली की राजनीति और भाजपा संगठन में उनका योगदान हमेशा स्मरणीय रहेगा।