बिहार विधानसभा चुनाव: पहले चरण में दोपहर 1 बजे तक 42.31 प्रतिशत मतदान, 18 जिलों की 121 सीटों पर वोटिंग जारी

पटना।
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में आज राज्य के 18 जिलों में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से जारी है। सुबह सात बजे से शुरू हुआ मतदान दोपहर तक उत्साहपूर्ण माहौल में आगे बढ़ रहा है। चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, दोपहर 1 बजे तक पूरे राज्य में औसतन 42.31 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। राज्य भर के मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं, वहीं प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतज़ाम किए हैं ताकि मतदान शांतिपूर्ण और निष्पक्ष रूप से संपन्न हो सके।

पहले चरण में 18 जिलों की 121 सीटों पर हो रही वोटिंग

इस चरण में बिहार के कुल 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हो रहा है। इनमें मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, पटना, भोजपुर और बक्सर जिले शामिल हैं।

मतदान के लिए सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है और चुनाव आयोग लगातार मतदान प्रक्रिया की निगरानी कर रहा है। राज्य में मतदान शाम 6 बजे तक जारी रहेगा।

जिलों में मतदान का विस्तृत विवरण

चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अब तक जिन जिलों में मतदान का प्रतिशत अधिक रहा है, उनमें ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्र प्रमुख हैं।

  • गोपालगंज जिले में सबसे अधिक 46.73 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है।
  • इसके बाद लखीसराय में 46.37 प्रतिशत, बेगूसराय में 46.02 प्रतिशत और मुजफ्फरपुर में 45.41 प्रतिशत मतदान हुआ है।
  • वहीं, सहरसा में 44.20 प्रतिशत, मधेपुरा में 44.16 प्रतिशत और सारण में 43.06 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया है।
  • वैशाली में 42.60 प्रतिशत, समस्तीपुर में 43.03 प्रतिशत, खगड़िया में 42.94 प्रतिशत, नालंदा में 41.87 प्रतिशत, मुंगेर में 41.47 प्रतिशत, शेखपुरा में 41.23 प्रतिशत, सीवान में 41.20 प्रतिशत, भोजपुर में 41.15 प्रतिशत और बक्सर में 41.10 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ है।
  • राज्य की राजधानी पटना में मतदान की रफ्तार अपेक्षाकृत धीमी रही, जहाँ दोपहर 1 बजे तक मात्र 37.72 प्रतिशत वोटिंग हुई।
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सुबह से दिखा उत्साह, ग्रामीण इलाकों में उमड़ी भीड़

सुबह के शुरुआती घंटों में कुछ इलाकों में मतदान की रफ्तार धीमी रही, लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ा, मतदाताओं की भीड़ बढ़ती चली गई। विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में महिलाओं और बुजुर्ग मतदाताओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि कई केंद्रों पर मतदाता सुबह 6 बजे से ही कतारों में लग गए थे।

मधेपुरा और सहरसा जैसे जिलों में उत्साह देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने अतिरिक्त मतदान बूथों पर व्यवस्थाएँ बढ़ाई हैं ताकि मतदाताओं को लंबी कतारों में अधिक देर तक न रुकना पड़े।

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सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम

पहले चरण के मतदान को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों की 40,000 से अधिक की टुकड़ियाँ तैनात की गई हैं। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील माने जाने वाले इलाकों में ड्रोन कैमरों और वेबकास्टिंग के माध्यम से निगरानी की जा रही है। राज्य पुलिस मुख्यालय के अनुसार, अब तक किसी भी जिले से किसी बड़ी गड़बड़ी की सूचना नहीं मिली है।

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आयोग की अपील—शाम तक मतदान में करें भागीदारी

चुनाव आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वे शांतिपूर्ण और अनुशासित ढंग से मतदान करें और लोकतंत्र के इस पर्व में अपनी भूमिका निभाएँ। आयोग ने यह भी कहा है कि शाम छह बजे तक सभी केंद्र खुले रहेंगे, इसलिए कोई भी मतदाता जल्दबाज़ी में वोट डालने से न चूके।

मतदाताओं में उत्साह, उम्मीदवारों में बढ़ी बेचैनी

पहले चरण के मतदान के साथ ही उम्मीदवारों में हलचल बढ़ गई है। हर विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशी और उनके कार्यकर्ता मतदाताओं को अधिक से अधिक मतदान केंद्रों तक पहुँचाने में जुटे हैं। राजनीतिक दलों के दफ्तरों में पूरे दिन मत प्रतिशत पर नज़र रखी जा रही है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पहले चरण का मतदान राज्य की आगामी राजनीतिक दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएगा। बिहार के ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में होने वाला यह मतदान कई सीटों पर सीधे मुकाबले की स्थिति बना सकता है।

शाम तक बढ़ने की उम्मीद

राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों का कहना है कि गर्मी और दोपहर के समय के कारण मतदान में कुछ गिरावट आई है, लेकिन जैसे-जैसे शाम ढलेगी, मतदाताओं की संख्या में तेजी से इजाफा होगा। उम्मीद जताई जा रही है कि पहले चरण का मतदान प्रतिशत शाम छह बजे तक 60 प्रतिशत के करीब पहुँच सकता है।

इस बीच सभी दलों के वरिष्ठ नेता मतदान प्रतिशत और रुझानों पर पैनी नज़र रखे हुए हैं।