बिहार विधानसभा चुनाव 2025: पहले चरण में एनडीए की बढ़त, सम्राट चौधरी बोले — जीतेंगे 100 सीटें

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का मतदान गुरुवार को शांतिपूर्ण और उत्साहपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। इस चरण में 18 जिलों की 121 सीटों पर वोट डाले गए, जहां मतदाताओं ने भारी जोश के साथ लोकतंत्र के इस पर्व में भाग लिया। राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, यह चरण केवल मतदान नहीं बल्कि राज्य के सत्ता समीकरण और चुनावी रणनीति तय करने वाला ‘टेस्ट केस’ साबित हुआ है।

चुनाव आयोग के अनुसार, शाम 6 बजे तक 64.46 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जो 2020 के पहले चरण के मुकाबले लगभग 7 प्रतिशत अधिक है। यह आंकड़ा इस बात का संकेत है कि मतदाता इस बार अधिक सक्रिय हैं और सत्ता परिवर्तन या सत्ता बरकरार रखने के लिए पूरी तरह जागरूकता के साथ मतदान कर रहे हैं।

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सम्राट चौधरी का दावा — पहले चरण में एनडीए की स्पष्ट बढ़त

पहले चरण के बाद एनडीए खेमे में उत्साह का माहौल है। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार की जनता ने इस बार तीर (महागठबंधन का प्रतीक) नहीं, बल्कि कमल पर भरोसा जताया है। उन्होंने दावा किया कि एनडीए पहले चरण में ही 100 सीटों पर बढ़त हासिल करेगा।

सम्राट चौधरी ने कहा, “यह चुनाव जनता का जनादेश है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में विकास की राजनीति पर मुहर लगाने जा रहा है।”

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दूसरी ओर, महागठबंधन का दावा है कि जनता बदलाव के मूड में है और इस बार युवा, किसान और महिला मतदाता बड़े पैमाने पर उनके पक्ष में आए हैं। राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि एनडीए की नीतियों से जनता त्रस्त है और इस बार बिहार में नया राजनीतिक अध्याय शुरू होगा।

हाई-प्रोफाइल सीटों पर रोमांचक मुकाबला

पहले चरण में कई हाई-प्रोफाइल सीटों पर दिलचस्प मुकाबले हुए, जिनमें बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी रही।

  • राघोपुर सीट पर तेजस्वी यादव (राजद) और सतीश कुमार यादव (भाजपा) के बीच जोरदार टक्कर देखी गई।
  • तारापुर में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (भाजपा) और अरुण शाह (राजद) के बीच मुकाबला केंद्र में रहा।
  • लखीसराय सीट पर उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा (भाजपा) की प्रतिष्ठा दांव पर रही।
  • महुआ में तेज प्रताप यादव ने त्रिकोणीय मुकाबले में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।
  • वहीं अलीनगर सीट पर लोकगायिका मैथिली ठाकुर (भाजपा) ने आरजेडी प्रत्याशी को कड़ी टक्कर दी।

इन सीटों पर मतदान का रुझान न केवल स्थानीय राजनीति बल्कि अगले चरणों की रणनीति को भी प्रभावित करेगा।

तनाव और घटनाएं

चुनाव के दौरान कुछ स्थानों पर तनाव की स्थितियां भी बनीं।

  • लखीसराय में विजय कुमार सिन्हा के काफिले पर पत्थरबाजी की घटना हुई, जिसमें सुरक्षाकर्मियों ने स्थिति को तुरंत नियंत्रित किया।
  • छपरा में एक विधायक की गाड़ी पर हमला किया गया, जबकि कुछ बूथों पर मतदाताओं ने पहचान पत्र न मिलने की शिकायतें दर्ज कराईं।
  • चुनाव आयोग ने इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा बलों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।

राजनीतिक विश्लेषकों की राय

राजनीतिक विश्लेषक लव कुमार मिश्र का मानना है कि पहले चरण में एनडीए की स्थिति मजबूत दिख रही है, लेकिन यह कहना जल्दबाजी होगी कि मुकाबला खत्म हो गया है। उन्होंने कहा, “महागठबंधन ने भी अपने संगठन और जातीय समीकरणों के आधार पर प्रभावी रणनीति बनाई है। दूसरे चरण का मतदान इस चुनाव की दिशा और गति तय करेगा।”

दूसरा चरण तय करेगा बिहार की राह

पहले चरण के नतीजों ने बिहार की राजनीति में नई हलचल मचा दी है। अब सभी की नजर दूसरे चरण के मतदान पर है, जो राज्य की सत्ता का भविष्य तय करेगा। राजनीतिक दलों ने अपने प्रचार अभियान को और तेज कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और गृह मंत्री अमित शाह एनडीए के लिए रैलियां करेंगे, वहीं तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी महागठबंधन के पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हैं।

राजनीतिक पंडितों के अनुसार, बिहार का यह चुनाव केवल सत्ता परिवर्तन का नहीं बल्कि विचारधारा और विकास की दिशा तय करने वाला निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है।