भोपाल।
राजधानी में बुधवार रात आई तेज आंधी और बारिश ने शहर के कई हिस्सों को प्रभावित किया, लेकिन सबसे बड़ा असर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन की पुरानी इमारत पर देखने को मिला। रात करीब 9 बजे आंधी के तेज झोंकों के कारण भवन के दो छज्जे भरभराकर गिर पड़े, जिससे स्टेशन परिसर में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, इस हादसे में किसी के घायल होने की खबर नहीं है, जो राहत की बात रही।
पुरानी इमारत को नुकसान, मलबा फैला
गिरते छज्जों से स्टेशन की पुरानी बिल्डिंग के अंदर और बाहर मलबा फैल गया। छज्जों के मलबे की चपेट में आकर बाहर स्थित रेस्टोरेंट को भी नुकसान पहुंचा। तेज हवाओं के कारण प्लेटफॉर्म नंबर 5 की तरफ लगे एडवर्टाइजमेंट बोर्ड और स्टेशन की बिल्डिंग के कांच भी क्षतिग्रस्त हो गए।
सुरक्षा में चूक नहीं, तुरंत पहुंची टीमें
घटना के बाद रेलवे प्रबंधन और बंसल ग्रुप की टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई और मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि पूरी स्थिति नियंत्रण में है और यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। स्टेशन पर यात्रियों के बीच कुछ देर के लिए घबराहट का माहौल बना, लेकिन कुछ ही समय में सब सामान्य हो गया।
पुरानी इमारत पर सवाल, रखरखाव की जरूरत
इस हादसे ने एक बार फिर रेलवे स्टेशन की पुरानी इमारत की संरचनात्मक स्थिति और उसके रखरखाव को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां स्टेशन का नया टर्मिनल भव्य और आधुनिक सुविधाओं से लैस है, वहीं पुरानी इमारत की सुरक्षा को लेकर नियमित जांच और मरम्मत की जरूरत महसूस की जा रही है।
मौसम विभाग का अलर्ट सही साबित
मौसम विभाग ने पहले ही भोपाल में तेज हवा और आंधी-बारिश का यलो अलर्ट जारी किया था। बुधवार की शाम बादल छाने के बाद अचानक तेज हवाएं चलने लगीं और कुछ ही देर में तेज बारिश शुरू हो गई। कई इलाकों में पेड़ गिरने और बिजली आपूर्ति बाधित होने की भी खबरें हैं।
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