मध्यप्रदेश में लगातार सातवें दिन शीतलहर का प्रकोप जारी है। ठंड की वजह से पूरा प्रदेश ठिठुर रहा है और मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक ठंड के और बढ़ने की संभावना जताई है। मौसम विभाग के अनुसार, 48 घंटे तक प्रदेश में कड़ाके की ठंड जारी रहेगी। रविवार और सोमवार को ठंड अपने चरम पर रही और 37 जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया गया है। इनमें से 9 जिलों में बर्फ जमने की संभावना है।
ग्वालियर में बदला स्कूलों का समय
मौसम के असर को देखते हुए ग्वालियर में स्कूलों का समय बदल दिया गया है। अब स्कूलों का समय सुबह 9 बजे से होगा, ताकि बच्चों को सर्दी से बचाया जा सके।
मध्यप्रदेश के तापमान में गिरावट
प्रदेश में शीतलहर की वजह से रात का तापमान और दिन का तापमान दोनों ही सामान्य से बहुत कम दर्ज किए गए हैं। भोपाल में सोमवार सुबह पारा 3.3 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जबकि शनिवार और रविवार की रात को पचमढ़ी और शहडोल के कल्याणपुर में पारा 1 डिग्री तक पहुंच गया था। उत्तर भारत से बर्फीली हवाओं के चलते प्रदेश में कड़ाके की सर्दी महसूस हो रही है। इस साल ठंड का प्रकोप पहले पखवाड़े में ही देखा जा रहा है, जबकि पिछले कुछ सालों में दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में ठंड ज्यादा होती थी।
इन जिलों में रहेगी सर्दी का असर
मौसम विभाग के अनुसार, इंदौर में दिन का तापमान 26.7 डिग्री और रात का तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, जबलपुर में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है, और यहां शीतलहर का अलर्ट भी जारी किया गया है। शाजापुर, आगर-मालवा, राजगढ़, सीहोर, रायसेन, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर और मंडला में ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में पेड़-पौधों की पत्तियों पर बर्फ जमने की संभावना जताई गई है।
भोपाल और जबलपुर में शीतलहर का ऑरेंज अलर्ट जारी है, जबकि नीमच, मंदसौर, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, खंडवा, देवास, शिवपुरी, मुरैना, भिंड, छतरपुर, पन्ना, सतना, सिंगरौली, कटनी, डिंडौरी, पांढुर्णा, सिवनी और बालाघाट में शीतलहर का यलो अलर्ट जारी किया गया है। हरदा और मऊगंज में ठंडे दिन रहने की संभावना है, जबकि नरसिंहपुर में कोल्ड डे की चेतावनी दी गई है।
पचमढ़ी में पारा 1.9 डिग्री, ठंड का सितम जारी
रविवार और सोमवार की रात पचमढ़ी में पारा 1.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो इस मौसम का सबसे कम तापमान था। मंडला और उमरिया में पारा 3 डिग्री रहा। भोपाल में भी पारा गिरकर 3.3 डिग्री पर पहुंच गया। इंदौर में 9.6 डिग्री, ग्वालियर और जबलपुर में 5 डिग्री, और उज्जैन में 7.5 डिग्री सेल्सियस तक तापमान गिरा। बाकी बड़े शहरों में भी पारा 10 डिग्री के नीचे ही रहा।
सर्दी से राहत की उम्मीद 48 घंटे बाद
मौसम विभाग का कहना है कि अगले 48 घंटे तक शीतलहर का असर रहेगा और उसके बाद ठंड में थोड़ी राहत मिल सकती है। पश्चिम-उत्तर भारत में 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर 222 किमी प्रति घंटा की गति से सब ट्रॉपिकल जेट स्ट्रीम हवाएं बह रही हैं, जिसके कारण बर्फीली हवाएं प्रदेश में प्रवेश कर रही हैं, जिससे तापमान में गिरावट आई है।
दिसंबर में ठंड का नया रिकॉर्ड
इस साल दिसंबर में भोपाल और इंदौर की रातें पिछले सालों की तुलना में सबसे ठंडी रही हैं। दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में भी कड़ाके की ठंड जारी रहने की संभावना जताई जा रही है। दिसंबर 1966 में भोपाल का पारा 3.1 डिग्री तक पहुंचा था, जो अब तक का ओवरऑल रिकॉर्ड है। 2021 में पारा 3.4 डिग्री तक गिर चुका था, लेकिन इस बार ठंड का असर पहले पखवाड़े में ही देखने को मिल रहा है।
सम्भावना जताई जा रही है कि अगले कुछ दिनों तक प्रदेश में शीतलहर का असर रहेगा और फिर धीरे-धीरे ठंड में राहत मिल सकती है।
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