भोपाल-जबलपुर ग्रीनफील्ड हाईवे: गडकरी ने दी 60 हजार करोड़ की सौगात

भोपाल/जबलपुर। मध्यप्रदेश के लिए शनिवार का दिन अधोसंरचना विकास की दृष्टि से ऐतिहासिक रहा। जबलपुर के महानद्दा में आयोजित भव्य कार्यक्रम में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 4250 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली 174 किलोमीटर लंबी 9 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।

इस दौरान गडकरी ने प्रदेश को 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक लागत की नई सड़क परियोजनाओं की सौगात दी और घोषणा की कि भोपाल से जबलपुर के बीच 255 किलोमीटर लंबा नया ग्रीन फील्ड हाईवे बनाया जाएगा। इसकी लागत लगभग 15 हजार करोड़ रुपये होगी।

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देश का सबसे बड़ा फ्लाईओवर जबलपुर को मिला

इस कार्यक्रम में दमोह नाका-रानीताल-मदनमहल-मेडिकल रोड फ्लाईओवर का लोकार्पण भी किया गया। 6.85 किलोमीटर लंबा यह फ्लाईओवर देश का सबसे बड़ा फ्लाईओवर माना जा रहा है। इसके अलावा रानी दुर्गावती फ्लाईओवर के लिए केंद्र ने पहली बार 1200 करोड़ रुपये का सेंट्रल रोड फंड (सीआरएफ) मंजूर किया है।

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गडकरी का विज़न: “अन्नदाता बने ऊर्जादाता”

गडकरी ने कहा कि भारत अभी हर साल 22 लाख करोड़ रुपये का ईंधन आयात करता है, लेकिन भविष्य में यह स्थिति बदलनी चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा—

  • हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन है।
  • हमारे किसान अब ऊर्जा उत्पादक (ऊर्जादाता) भी बनेंगे।
  • भारत आने वाले समय में ऊर्जा का निर्यातक देश बनेगा।
  • सिर्फ स्मार्ट सिटी ही नहीं, बल्कि स्मार्ट विलेज बनाने का सपना भी है।

उन्होंने कहा कि उनका सपना है कि “गांव का युवा, गांव में ही रोजगार पाए।”

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प्रमुख घोषणाएं और परियोजनाएं

  1. भोपाल-जबलपुर ग्रीनफील्ड हाईवे – 255 किमी लंबा, लागत 15 हजार करोड़ रुपये। डीपीआर दिसंबर तक तैयार होगी और अप्रैल-मई 2026 से निर्माण शुरू होगा।
  2. इंदौर-भोपाल ग्रीनफील्ड कॉरिडोर – 160 किमी लंबा, लागत 12 हजार करोड़ रुपये।
  3. लखनादौन-रायपुर हाईस्पीड कॉरिडोर – 220 किमी लंबा, लागत 10 हजार करोड़ रुपये। यह सीधे रायपुर-विशाखापट्टनम कॉरिडोर से जुड़ेगा।
  4. जबलपुर-बांधवगढ़ टाइगर कॉरिडोर – 5500 करोड़ रुपये लागत से 4 लेन सड़क। यह कान्हा, बांधवगढ़, पन्ना और पेंच टाइगर रिजर्व को जोड़ेगी।
  5. मंडला और छत्तीसगढ़ सीमा तक 150 किमी 6 लेन सड़क, लागत 2500 करोड़ रुपये।
  6. सिवनी-छिंदवाड़ा-सावनेर रोड चौड़ीकरण – 2500 करोड़ रुपये से 4 लेन परियोजना।
  7. खरगोन-देशगांव-जुलवानिया मार्ग चौड़ीकरण – 108 किमी, लागत 2300 करोड़ रुपये।
  8. उज्जैन-गरोठ 4 लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे और भोपाल-कानपुर 440 किमी कॉरिडोर – यात्रा समय 15 घंटे से घटकर 8 घंटे।
  9. आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेस-वे का भूमिपूजन जल्द होगा, जिससे दिल्ली तक का सफर केवल 4.5 घंटे में पूरा होगा।
  10. देशभर में 3 लाख करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाएं, जिनमें से 75 हजार करोड़ के कार्य पूर्ण और 65 हजार करोड़ के कार्य प्रगति पर।

मध्यप्रदेश को “टाइगर कॉरिडोर” की सौगात

मध्यप्रदेश के लिए गडकरी ने एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश में टाइगर कॉरिडोर बनाया जाएगा। यह कॉरिडोर प्रदेश के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यानों और टाइगर रिजर्व—कान्हा, बांधवगढ़, पन्ना और पेंच—को एक ही सड़क नेटवर्क से जोड़ेगा।

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उज्जैन, जबलपुर और रीवा को नई सड़कें और फ्लाईओवर

केंद्रीय मंत्री ने घोषणा की कि सीआरएफ से 1500 करोड़ रुपये की परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं। इसके तहत—

  • उज्जैन, जबलपुर और रीवा में नए फ्लाईओवर बनेंगे।
  • उज्जैन में 510 करोड़ रुपये से नई सड़क और फ्लाईओवर तैयार होगा।
  • कालभैरव मंदिर की कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए विशेष ब्रिज बनेगा।
  • अशोकनगर से विदिशा तक 96 करोड़ रुपये की लागत से सड़क निर्माण होगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव का संबोधन

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा—

  • “सड़कों के आधार पर देश का भाग्य बदलता है।”
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री गडकरी के नेतृत्व में देश में अधोसंरचना विकास ने नई ऊंचाइयां हासिल की हैं।
  • गडकरी के प्रबंधन का चमत्कार है कि वे कभी सड़क परियोजनाओं के लिए धन की कमी नहीं होने देते।
  • बेहतर रोड नेटवर्क किसान और जवान दोनों की ताकत बढ़ाने का काम करेगा।
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गडकरी की घोषणाओं से साफ है कि आने वाले वर्षों में मध्यप्रदेश देश के सर्वश्रेष्ठ रोड नेटवर्क वाले राज्यों में शामिल होगा। न केवल बड़े शहरों बल्कि गांवों और धार्मिक-सांस्कृतिक स्थलों को भी हाईवे और फ्लाईओवर से जोड़ा जाएगा। इससे प्रदेश में औद्योगिक निवेश, पर्यटन, रोजगार और कृषि क्षेत्र को सीधा लाभ मिलेगा।



इंदौर-भोपाल ग्रीनफील्ड कॉरिडोर


Ministry of Road Transport & Highways