भारत सरकार ने शनिवार को देश के सभी मीडिया संस्थानों के लिए एक महत्वपूर्ण “निर्देशात्मक सूचना” जारी करते हुए कहा है कि वे रक्षा अभियानों और सुरक्षा बलों की मूवमेंट से जुड़ी गतिविधियों का लाइव कवरेज न करें। सरकार ने साफ किया है कि ऑपरेशनल जानकारियों का खुलासा या सेना के मूवमेंट की रिपोर्टिंग से अनजाने में भी दुश्मन ताकतों को मदद मिल सकती है, जिससे देश की सुरक्षा पर गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता है। यह एडवाइजरी जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले के बाद जारी की गई है, जिसमें भारतीय सुरक्षाबलों को निशाना बनाया गया था।
सरकार की ओर से मीडिया से यह भी अपील की गई है कि वे रिपोर्टिंग के दौरान विशेष सावधानी बरतें और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े किसी भी ऑपरेशन की संवेदनशील जानकारियों को सार्वजनिक न करें। अधिकारियों ने यह भी चेताया कि ऐसे मामलों में लापरवाही गंभीर परिणाम ला सकती है।
आतंकियों पर सेना का प्रहार, अब तक 6 घर जमींदोज
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त अभियान तेज कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, त्राल, अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां जैसे आतंक प्रभावित इलाकों में चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान अब तक छह आतंकियों के घर ध्वस्त किए जा चुके हैं। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि इन घरों का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों के लिए बेस के तौर पर किया जा रहा था।
सेना और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के तहत इन इलाकों में संदिग्ध ठिकानों पर लगातार छापेमारी की जा रही है। साथ ही स्थानीय स्तर पर भी लोगों से आतंकवादियों के खिलाफ सहयोग करने की अपील की गई है।
TRF ने पलटा बयान, पहलगाम हमले से झाड़ा पल्ला
पहलगाम आतंकी हमले के बाद घटनास्थल से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। हमले के तुरंत बाद ‘द कश्मीर रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। लेकिन अब, तीन दिन बाद TRF ने बयान जारी कर हमले में अपनी संलिप्तता से इनकार कर दिया है। इस पलटी के पीछे क्या रणनीति है, इसका आकलन सुरक्षा एजेंसियां कर रही हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, आतंकी संगठनों का इस तरह जिम्मेदारी से मुकरना उनके बदलते रणनीतिक तरीके का संकेत हो सकता है, ताकि अंतरराष्ट्रीय दबाव से बचा जा सके या जांच एजेंसियों को भ्रमित किया जा सके।
गुजरात में 1000 से ज्यादा घुसपैठिए गिरफ्तार
इसी बीच, गुजरात से भी बड़ी कार्रवाई की खबर आई है। शनिवार सुबह सूरत और अहमदाबाद में पुलिस ने छापेमारी कर 1000 से ज्यादा घुसपैठियों को गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई को गृह मंत्री अमित शाह के उस निर्देश के बाद अंजाम दिया गया, जिसमें उन्होंने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अपील की थी कि वे अपने-अपने राज्यों में अवैध रूप से रह रहे घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें जल्द से जल्द देश से बाहर करें।
गुजरात पुलिस ने इन गिरफ्तारियों के लिए विशेष अभियान चलाया, जिसमें संदिग्ध व्यक्तियों के दस्तावेजों की जांच की गई और बिना वैध पहचान पत्र के रह रहे लोगों को हिरासत में लिया गया। गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ जारी है और आगे की कार्रवाई के लिए उन्हें संबंधित एजेंसियों को सौंपा जा रहा है।
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