नई दिल्ली/इस्लामाबाद। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत मंगलवार आधी रात करीब 1:05 बजे पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के भीतर मौजूद नौ आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। भारतीय वायुसेना की इस कार्रवाई में 100 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की खबर है।
यह एयर स्ट्राइक जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई है। उस हमले में कई सैनिकों की जान गई थी, और इसे लेकर पूरे देश में आक्रोश था। ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ उन वीरांगनाओं के सम्मान में रखा गया है, जिन्होंने अपने पति को देश की सेवा में खो दिया।
पाकिस्तान का पलटवार, कहा- ‘एक्ट ऑफ वॉर’
भारत की इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसे “कायराना हमला” बताते हुए पाकिस्तान की संसद में कहा कि भारत ने जानबूझकर युद्ध को उकसाया है। उन्होंने दोहराया कि पहलगाम हमले से पाकिस्तान का कोई संबंध नहीं है।
शहबाज ने दावा किया कि भारत के हमले का पाकिस्तान ने भी जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान वायुसेना ने पांच भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया है, जिनमें तीन राफेल शामिल हैं। उनके अनुसार, ये विमान श्रीनगर और बठिंडा के पास जाकर गिरे।
‘हम समय और स्थान चुनकर जवाब देंगे’ – NSC
इस्लामाबाद में हुई नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल (NSC) की बैठक में पाकिस्तान की राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व ने भारत की कार्रवाई को संप्रभुता पर हमला बताया। बैठक के बाद पाक पीएम कार्यालय ने बयान जारी कर कहा कि पाकिस्तान को अपने हिसाब से समय, स्थान और तरीके से जवाब देने का अधिकार है।
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारत को एयर स्ट्राइक में बड़ा नुकसान हुआ है, और आशंका जताई कि भारत फिर से हमला कर सकता है। उन्होंने भारत पर जानबूझकर रिहायशी इलाकों को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया।
भारत ने ‘कम्युनिकेशन लॉक’ का किया इस्तेमाल
पाक प्रधानमंत्री ने यह भी दावा किया कि भारत के राफेल विमानों की कम्युनिकेशन प्रणाली को पाकिस्तान ने लॉक कर दिया, जिससे वे पीछे हटने पर मजबूर हुए। उनका कहना है कि भारत के कुल 80 विमानों ने पाकिस्तान के छह शहरों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसमें PoK के दो इलाके भी शामिल हैं।
पाक सेना की तैयारी की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि तीनों सेनाएं पहले से तैयार थीं, जिसके चलते भारतीय विमानों को जवाब दिया जा सका।