• पांच श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए

पटना। बिहार के भागलपुर जिले में सोमवार को कांवड़ियों का एक जत्था भयानक हादसे का शिकार हो गया, जिसमें पांच श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा शाहकुंड-सुल्तानगंज मार्ग पर बेलथू के महतो स्थान के पास हुआ, जहां कांवड़ियों से भरी पिकअप वैन हाई वोल्टेज बिजली के तार की चपेट में आ गई।

बिजली के तार की चपेट में आई पिकअप वैन

प्राप्त जानकारी के अनुसार, सावन महीने के चलते कांवड़ यात्रा पर निकले ये श्रद्धालु झारखंड के देवघर से जल लेकर लौट रहे थे। इसी दौरान टेम्पो को ओवरटेक करने की कोशिश में पिकअप वैन का चालक ऊपर से गुजर रहे हाई वोल्टेज तार को नहीं देख पाया और वाहन सीधे तार की चपेट में आ गया। करंट फैलते ही पिकअप में सवार सभी कांवड़िए जान बचाने के लिए घबरा गए और वाहन से नीचे कूद पड़े।

30 फीट नीचे पानी में कूदे यात्री, वाहन भी गिरा ऊपर से

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पिकअप वैन बिजली की चपेट में आने के बाद अनियंत्रित हो गई और उसमें सवार यात्री करीब 30 फीट गहरी खाई में पानी में कूद गए। दुर्भाग्यवश, कुछ ही क्षणों बाद वही पिकअप वैन भी उन पर गिर गई, जिससे पांच लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। चार लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। घायलों की हालत भी नाजुक बताई जा रही है।

इलाके में मचा हड़कंप, प्रशासन मौके पर पहुंचा

इस दर्दनाक हादसे की खबर मिलते ही आसपास के ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंच गए और राहत कार्यों में जुट गए। वहीं पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भी थोड़ी देर में मौके पर पहुंचे और घायलों को बाहर निकालकर एंबुलेंस से अस्पताल भिजवाया। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। भागलपुर के एसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच से यह स्पष्ट हुआ है कि पिकअप वैन ओवरलोडेड थी और चालक ने लापरवाही से वाहन चलाते हुए ऊपर के बिजली तार को नजरअंदाज किया, जिसके कारण यह हादसा हुआ। हादसे में मृत श्रद्धालुओं की पहचान की जा रही है और उनके परिजनों को सूचित किया जा रहा है।

स्थानीय लोगों में आक्रोश, जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग

हादसे के बाद स्थानीय लोगों में बिजली विभाग और प्रशासन के प्रति गहरा आक्रोश देखने को मिला। लोगों का कहना है कि जिस जगह यह घटना हुई वहां बिजली के तार काफी नीचे लटक रहे थे और इस बारे में कई बार अधिकारियों को सूचना दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई और मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग की है।

मृतकों के परिजनों को मिलेगा मुआवजा: प्रशासन

भागलपुर जिला प्रशासन ने हादसे में मारे गए श्रद्धालुओं के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। साथ ही घायलों के इलाज का पूरा खर्च सरकार वहन करेगी। इस बीच, बिजली विभाग को भी निर्देश दिए गए हैं कि घटनास्थल की बिजली लाइन की तकनीकी जांच की जाए और लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

सावन यात्रा के दौरान सुरक्षा पर सवाल

यह हादसा सावन महीने में हो रही कांवड़ यात्रा के दौरान प्रशासनिक तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर गया है। जहां हजारों श्रद्धालु रोजाना पवित्र जल लेकर पैदल या वाहनों से लौटते हैं, ऐसे में सड़क सुरक्षा, बिजली लाइन की स्थिति और यातायात प्रबंधन को लेकर प्रशासन को सतर्क रहने की जरूरत है। लेकिन यह घटना दर्शाती है कि सावधानी और सतर्कता में कहीं न कहीं भारी चूक हुई है।