- सफेद या हल्के पीले रंग का होता है और पानी में भिगोने पर जैली जैसा बन जाता है
गर्मियों में शरीर को ठंडा बनाए रखना बहुत जरूरी होता है, और इसके लिए गोंद कतीरा एक बेहतरीन प्राकृतिक उपाय है। इसे ट्रेगेकैन्थ गम भी कहा जाता है, और यह बबूल, कीकर या नीम की लकड़ी से निकाला जाता है। यह सफेद या हल्के पीले रंग का होता है और पानी में भिगोने पर जैली जैसा बन जाता है। गोंद कतीरा की तासीर ठंडी होती है, इसलिए इसे गर्मियों में खूब इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेद में इसे सेहत के लिए बेहद लाभकारी माना गया है क्योंकि इसमें प्रोटीन और फ़ॉलिक एसिड जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। आइए जानते हैं इसके जबरदस्त फायदे और इस्तेमाल करने के सही तरीके।
गोंद कतीरा के बेहतरीन फायदे
- शरीर को देता है ठंडक
गोंद कतीरा अपने शीतल गुणों के लिए जाना जाता है। यह शरीर को ठंडक पहुंचाकर हीटस्ट्रोक से बचाने में मदद करता है। इसे नियमित रूप से सेवन करने से शरीर का तापमान संतुलित बना रहता है। - पाचन को करता है बेहतर
गोंद कतीरा पाचन को मजबूत करता है और कब्ज की समस्या दूर करने में मदद करता है। यह आंतों को स्वस्थ रखता है और मल त्याग को नियमित करता है। - त्वचा के लिए लाभकारी
यह रूखी त्वचा को हाइड्रेट करता है और जलन या चकत्ते को ठीक करने में मदद करता है। गोंद कतीरा त्वचा को मुलायम बनाता है और मॉइस्चराइजर की तरह काम करता है। - जोड़ों के दर्द में राहत
गोंद कतीरा में सूजन-रोधी गुण होते हैं, जिससे यह गठिया और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। नियमित सेवन से मांसपेशियों में लचीलापन और गतिशीलता बनी रहती है। - गर्मियों में एनर्जी बूस्टर
गर्मी में थकान और कमजोरी आम समस्या होती है। गोंद कतीरा में मौजूद पोषक तत्व शरीर को ऊर्जा देते हैं और डिहाइड्रेशन से बचाने में मदद करते हैं।
कैसे करें गोंद कतीरा का सेवन? - गोंद कतीरा को रातभर पानी में भिगो दें ताकि यह फूलकर जैली जैसा बन जाए।
- इसे दूध, पानी, शिकंजी या फालूदा में मिलाकर पी सकते हैं।
- शरबत या लस्सी में मिलाने से स्वाद भी बढ़ता है और सेहत को लाभ भी मिलता है।
- इसे रोज सुबह खाली पेट पीना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है।