एशिया कप ट्रॉफी विवाद: बीसीसीआई आईसीसी बैठक में उठाएगा मोहसिन नकवी का मामला
नई दिल्ली।
एशिया कप 2025 में खिताबी जीत दर्ज करने के बावजूद भारतीय क्रिकेट टीम को अब तक ट्रॉफी नहीं मिली है। इस अभूतपूर्व स्थिति ने न केवल क्रिकेट जगत को चौंकाया है, बल्कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) के बीच मतभेदों को भी उजागर कर दिया है। बीसीसीआई ने अब यह मामला अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के समक्ष उठाने का निर्णय लिया है।
सूत्रों के अनुसार, बीसीसीआई आईसीसी की 4 से 7 नवंबर के बीच दुबई में होने वाली बोर्ड बैठक में इस पूरे प्रकरण पर औपचारिक चर्चा करेगा। बीसीसीआई का आरोप है कि एसीसी प्रमुख मोहसिन नकवी ने भारतीय टीम को ट्रॉफी सौंपने से इनकार कर दिया और बाद में उसे एसीसी के ऑफिस में रखवा दिया।
भारतीय टीम ने लेने से किया था इनकार
यह विवाद तब शुरू हुआ जब भारतीय टीम ने फाइनल मुकाबले में शानदार जीत दर्ज करने के बाद ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया। दरअसल, ट्रॉफी सौंपने के लिए एसीसी अध्यक्ष मोहसिन नकवी स्वयं मंच पर मौजूद थे, पर भारतीय खिलाड़ियों ने उनके हाथों से ट्रॉफी नहीं लेने का निर्णय किया। टीम का यह रुख एसीसी के कुछ निर्णयों से असंतोष और भारत के प्रति दिखाए गए कथित पक्षपात के कारण बताया जा रहा है।
इस घटना के बाद मोहसिन नकवी स्वयं ट्रॉफी लेकर मंच से चले गए और बाद में उसे एसीसी के दुबई स्थित मुख्यालय में रखवा दिया गया। तब से यह ट्रॉफी वहीं पड़ी है और भारतीय टीम को अब तक आधिकारिक रूप से नहीं सौंपी गई है।
बीसीसीआई की कड़ी नाराजगी
बीसीसीआई ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बोर्ड ने एसीसी प्रमुख को औपचारिक ई-मेल भेजकर ट्रॉफी भारत को सौंपने का अनुरोध किया था, लेकिन नकवी ने तर्क दिया कि ट्रॉफी दुबई से “स्वयं आकर लेनी होगी।”
बीसीसीआई सूत्रों ने कहा—“यह भारतीय टीम की गरिमा और खेल भावना का प्रश्न है। ट्रॉफी किसी व्यक्तिगत वस्तु की तरह नहीं है जिसे जाकर उठा लिया जाए। यह टीम और देश की प्रतिष्ठा का प्रतीक है, और इसे औपचारिक रूप से भारत को सौंपा जाना चाहिए।”
नकवी का जवाब: “ऑफिस आकर ले जाओ”
मोहसिन नकवी ने बीसीसीआई के मेल का जवाब देते हुए कहा कि ट्रॉफी एसीसी के दुबई ऑफिस में सुरक्षित रखी गई है, और यदि भारतीय बोर्ड चाहे तो उसका कोई प्रतिनिधि या खिलाड़ी आकर उसे प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि एसीसी के नियमों के अनुसार, ट्रॉफी टीम को तभी दी जा सकती है जब आयोजक समिति द्वारा आधिकारिक रूप से हस्तांतरण पूरा हो। हालांकि, बीसीसीआई ने इसे ‘अपमानजनक जवाब’ बताया है और इस पर अपनी असहमति जताई है।

आईसीसी बैठक में होगा निर्णायक मोड़
अब बीसीसीआई ने निर्णय लिया है कि इस मामले को सीधे आईसीसी बोर्ड के समक्ष रखा जाएगा। दुबई में होने वाली आगामी बैठक में बीसीसीआई प्रतिनिधिमंडल यह मुद्दा उठाएगा और एसीसी प्रमुख के व्यवहार पर औपचारिक आपत्ति दर्ज कराएगा।
बीसीसीआई का मानना है कि यह केवल ट्रॉफी का मुद्दा नहीं, बल्कि क्रिकेट प्रशासन की पारदर्शिता और सम्मान का भी प्रश्न है। बोर्ड ने स्पष्ट किया कि वह मोहसिन नकवी के रवैये को स्वीकार नहीं करेगा और इस मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सुलझाया जाएगा।
विवाद की पृष्ठभूमि
एशिया कप 2025 का आयोजन पाकिस्तान और श्रीलंका की संयुक्त मेजबानी में हुआ था। हालांकि, टूर्नामेंट के दौरान कई प्रशासनिक मतभेद सामने आए थे, खासकर कार्यक्रम निर्धारण और आयोजन व्यवस्थाओं को लेकर। भारतीय टीम ने फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को हराकर खिताब जीता था, लेकिन समारोह में उत्पन्न विवाद ने जीत की चमक को फीका कर दिया।
आगे क्या होगा
अब सबकी नजरें दुबई में होने वाली आईसीसी बैठक पर टिकी हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि बीसीसीआई की शिकायत पर आईसीसी क्या रुख अपनाता है और क्या भारतीय टीम को उसकी एशिया कप ट्रॉफी औपचारिक रूप से मिल पाती है या नहीं।
क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह मामला केवल एक खेल विवाद नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सम्मान और अंतर्राष्ट्रीय खेल संबंधों की गरिमा से जुड़ा मुद्दा बन गया है।
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